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Shankaracharya in CM House: सीएम भूपेश बघेल ने सपरिवार शंकराचार्यों की पादुका पूजनकर लिया आशीर्वाद

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Published : May 30, 2023, 8:00 AM IST

Updated : May 30, 2023, 8:06 AM IST

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने निवास में पधारे शारदापीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती जी महाराज और ज्योतिषपीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज का सपरिवार विधि विधान से पादुका पूजन कर आशीर्वाद ग्रहण किया और प्रदेशवासियों की सुख समृद्धि व खुशहाली की कामना की.chhattisgarh news

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रायपुर सीएम हाउस में शंकराचार्य

रायपुर:छत्तीसगढ़ में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं. लेकिन उससे पहले प्रदेश में शंकराचार्यों का दौरा भी काफी बढ़ गया है. शारदापीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती जी महाराज और ज्योतिषपीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी प्रदेश के तीन दिवसीय दौरे पर हैं. सोमवार को शंकाराचार्य रायपुर स्थित सीएम निवास पहुंचे. जहां सीएम भूपेश बघेल और उनकी पत्नी ने विधि विधान से पादुका पूजन कर उनका आशीर्वाद लिया.

इस अवसर पर कृषि मंत्री श्रविन्द्र चौबे, संसदीय सचिव श्पारसनाथ राजवाड़े व चन्द्रदेव राय, विधायक शखेल साय सिंह, रामपुकार सिंह, विनय जायसवाल, गुलाब कमरो, विनय भगत, छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन, मुख्यमंत्री के सलाहकार प्रदीप शर्मा व विनोद वर्मा उपस्थित रहे.

बृजमहोन अग्रवाल के घर भी पहुंचे थे शंकाराचार्य:शारदापीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती जी महाराज और ज्योतिषपीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती सोमवार को पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के घर भी पहुंचे थे. अग्रवाल परिवार ने शंकराचार्यों का अभिनंदन किया और चरण पूजा की.

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नए संसद में सेंगोल स्थापना के नियमों का हो पालन : स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद

नए संसद भवन में सेंगोल स्थापना पर सोमवार को स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि "पुराने संसद भवन में जहां लोकसभा स्पीकर बैठा करते थे, वहां 'यतो धर्म: ततो जय:' लिखा था, जिसका मतलब ये हुआ कि जहां धर्म है वहीं विजय है. लेकिन बड़ा सवाल ये है कि क्या जो शब्द संसद में लिखे गए थे उनका पालन पुराने संसद भवन में होता था. नए संसद भवन में राजदंड तो स्थापित कर दिया गया, लेकिन जो प्रतीक स्थापित किए जाते हैं उनके पीछे जो अर्थ निहित हैं उनकी उपेक्षा हो जाती है."

16 जून रायपुर में होगी धर्मसभा:गोवर्धन मठ के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराज का 16 जून को प्राकट्य दिवस रायपुर के रावनभाठा मैदान में मनाया जाएगा. इस दौरान धर्मसभा का भी आयोजन होगा और रुद्राभिषेक किया जाएगा. इस कार्यक्रम में 11 हजार लोग कलश यात्रा में भाग लेंगे. इस दौरान आयोजित धर्म सभा में लगभग 21 हजार लोग शामिल होंगे.

Last Updated : May 30, 2023, 8:06 AM IST

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