रायपुर:मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप वन विभाग ने राज्य के करीब 1 हजार 521 गौठानों और आवर्ती चराई क्षेत्रों में हरेली पर्व पर एक ही दिन में करीब एक लाख 91 हजार 994 पौधे लगाये गए. पर्यावरण सुधार तथा गौठानों को छायादार बनाने सहित अन्य उद्देश्यों के साथ वन मंत्री मोहम्मद अकबर के मार्गदर्शन में वन विभाग ने बीते 20 जुलाई (सोमवार) को गौठानों में पौधरोपण कार्यक्रम का विशेष अभियान चलाया. इसके तहत रोपित पौधों में आम, बरगद, पीपल, नीम, इमली, आंवला, हर्रा, बेहड़ा तथा चिरौंजी सहित अन्य प्रजाति के फलदार तथा लघु वनोपज के पौधे शामिल हैं.
इस संबंध में प्रधान मुख्य वन संरक्षक राकेश चतुर्वेदी ने बताया कि सबसे अधिक सरगुजा वन संभाग के तहत करीब 67 हजार 719 पौधों का रोपण 296 गौठानों तथा आवर्ती चराई क्षेत्रों में किया गया है. इनमें वन मंडलवार सरगुजा के 87 गौठानों में करीब 13 हजार 924, सूरजपुर के 29 गौठानों में 7 हजार 915, कोरिया के 38 गौठानों में 14 हजार 755, मनेन्द्रगढ़ के 44 गौठानों में 8 हजार 220, बलरामपुर के 43 गौठानों में 15 हजार 480 तथा जशपुर के 55 गौठानों में 4 हजार 425 पौधों का रोपण किया गया.
बिलासपुर में लगाया गए 56 हजार पौधे
इसी तरह बिलासपुर वन वृत्त के अंतर्गत 497 गौठानों तथा आवर्ती चराई क्षेत्रों में 56 हजार 355 पौधों का रोपण किया गया है. इनमें वन मंडलवार मरवाही के 44 गौठानों में 8 हजार 800 पौधे, कोरिया के 31 गौठानों में 3 हजार 230 पौधे, कठघोरा के 39 चराई आवर्ती क्षेत्रों में 8 हजार पौधे, बिलासपुर के 29 गौठानों में 615 पौधे, रायगढ़ के 155 गौठानों में 14 हजार 500 पौधे, धरमजयगढ़ के 27 आवर्ती चराई क्षेत्रों में एक हजार 110 पौधे, जांजगीर-चांपा के 162 गौठानों में 12 हजार पौधे तथा मुंगेली के 10 अवर्ती चराई क्षेत्रों में 8 हजार 100 पौधे रोपित किए गए.
बस्तर में 200 गौठानों में लगाए गए पौधे
वहीं, वन वृत्त बस्तर के अंतर्गत 200 गौठानों तथा आवर्ती चराई क्षेत्रों में 33 हजार 942 पौधों का रोपण किया गया है. इनमें वन मंडलवार बस्तर के 59 गौठानों में 6 हजार 800 पौधे, सुकमा के 53 गौठानों में 20 हजार 800 पौधे, दंतेवाड़ा के 46 गौठानों में 3 हजार 742 पौधे तथा बीजापुर के 42 गौठानों में 2 हजार 800 पौधे रोपित किए गए.