टू चाइल्ड पॉलिसी लागू होने पर एक तिहाई विधायक छत्तीसगढ़ में नहीं लड़ पाएंगे चुनाव
टू चाइल्ड पॉलिसी की चर्चा इन दिनों जोरों पर है. अगर टू चाइल्ड पॉलिसी लागू हो जाती है तो छत्तीसगढ़ में एक तिहाई विधायक चुनाव नहीं लड़ सकते (two child policy in Chhattisgath ) हैं. आखिर इस पॉलिसी में ऐसा क्या है. जानने के लिए पढ़िए ये रिपोर्ट !
टू चाइल्ड पॉलिसी
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Published : Jul 24, 2022, 8:09 PM IST
रायपुर:देश में इन दिनों दो बच्चों का कानून (Two Child policy) लाने की चर्चा जोरों पर है. जिसे टू चाइल्ड पॉलिसी कहते हैं. इस पॉलिसी के तहत जनसंख्या नियंत्रण की कोशिश की (two child policy in Chhattisgath ) जाएगी. पॉलिसी में जहां एक ओर 2 बच्चे या उससे कम बच्चों वालों को प्रोत्साहन दिया जाएगा. वहीं दो से अधिक बच्चे वालों को कई सुविधाओं से वंचित रखा जाएगा.
फिलहाल टू चाइल्ड पॉलिसी पर कोई विचार नहीं: हालांकि इस चर्चा के बीच जब होशंगाबाद से बीजेपी सांसद उदय प्रताप सिंह ने शुक्रवार को लोकसबा में एक लिखित सवाल किया, क्या सरकार दो बच्चों की नीति लाने पर विचार कर रही है? इसके जवाब में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री भारती पवार ने कहा कि ऐसा कोई विचार केंद्र सरकार नहीं कर रही है. इससे साफ है कि फिलहाल सरकार दो बच्चों का कानून (Two Child policy) नहीं ला रही है.
सरकार पर पड़ेगा व्यापक असर:भले ही सरकार ने इस बिल को लाने से मना कर दिया है. लेकिन यह चर्चा अभी भी बनी हुई है. कहा जा रहा है कि यदि दो चाइल्ड वाला बिल लाया जाता है तो उसके तहत दो बच्चों से ज्यादा वालों को शासकीय नौकरी नहीं दी जाएगी. न ही उन्हें चुनाव लड़ने का अधिकार दिया जाएगा. इसके अलावा भी कई तरह की बंदिश 2 से अधिक बच्चों के रहने पर लगाई जाएगी. साथ ही 2 या उससे कम बच्चे होने पर उन्हें विभिन्न क्षेत्रों में प्राथमिकता और अन्य सुविधाओं का लाभ दे दिया जाएगा. यह कयास लगाए जा रहे हैं कि यदि दो बच्चों का कानून (Two Child policy) लाया जाता तो छत्तीसगढ़ पर भी इसका व्यापक असर पड़ सकता है.
छत्तीसगढ़ में पड़ेगा बड़ा प्रभाव:खासकर जनप्रतिनिधियों की बात की जाए तो उस पर इसका बड़ा प्रभाव पड़ सकता है. यदि यह कानून बना दिया गया कि 2 बच्चों से ज्यादा वाले चुनाव नहीं लड़ सकेंगे. इसका छत्तीसगढ़ पर भी बड़ा प्रभाव पड़ेगा. क्योंकि वर्तमान में छत्तीसगढ़ में 90 विधायक हैं, जिसमें से एक तिहाई यानी कि 30 विधायक के 2 से ज्यादा बच्चे हैं.
अधिकतर विधायकों के एक या दो बच्चे: बता दें कि छत्तीसगढ़ के ज्यादातर विधायकों के एक या दो बच्चे हैं. कुछ ऐसे विधायक भी हैं, जिनके 3 या उससे ज्यादा बच्चे हैं. सबसे ज्यादा भाजपा विधायक पुन्नूलाल मोहले के 11 बच्चे हैं. जिसमें 6 बेटे और 5 बेटियां है. उसके बाद कांग्रेस विधायक देवती कर्मा के 9 बच्चे हैं. उसमें 4 बेटा और 5 बेटियां है. भाजपा विधायक एवं नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के 6 बच्चे हैं, 2 बेटा और 4 बेटियां हैं. दो से ज्यादा बच्चों वाले विधायकों की बात की जाए तो उसमें 90 में से 30 विधायक शामिल हैं.
कई विधायक चुनाव से रह जायेंगे वंचित:यदि केंद्र सरकार दो बच्चों का कानून यानी कि Two Child policy लाती है तो छत्तीसगढ़ के लगभग एक तिहाई विधायक चुनाव से वंचित हो जाएंगे. हालांकि केंद्र सरकार ने साफ कर दिया है कि फिलहाल इस तरह के बिल पर कोई विचार नहीं किया जा रहा है.
एक नजर छत्तीसगढ़ में विधायकों के बच्चों की संख्या पर