जयपुर: प्रदेश के 3 राज्यसभा सीटों पर शुक्रवार को मतदान होना है. राजस्थान में जिस तरीके से खरीद-फरोख्त के आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला राजस्थान की सियासत में बीते 10 दिनों से चल रहा है, उसका पटाक्षेप भी शुक्रवार को मतदान के बाद हो जाएगा. चुनाव को लेकर कांग्रेस के तमाम बड़े नेता राजस्थान पहुंच चुके हैं. वहीं, शुक्रवार को होने वाले राज्यसभा चुनाव को लेकर जेडब्लयू मैरियट रिसॉर्ट में तैयारी की जा रही है.
जयपुर के रिसॉर्ट में मौजूद हैं टीएस सिंहदेव कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला और कांग्रेस पर्यवेक्षक टीएस सिंहदेव जयपुर के रिसॉर्ट में मौजूद हैं. इस दौरान कांग्रेस पर्यवेक्षक टीएस सिंहदेव ने मीडिया से रू-ब-रू होते हुए विधायकों की नाराजगी को लेकर कहा कि वोटों के सिलसिले में कोई नाराजगी नहीं है और वोट नहीं देने की स्थिति तो जरा भी नहीं है. उन्होंने कहा कि केवल शासन और प्रशासन की रूटीन बातें ही होती रहती हैं. सिंहदेव ने कहा कि हमारे सामने जो भी वास्तविक स्थिति है, उसको आलाकमान तक पहुंचाएंगे.
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'कांग्रेस के दोनों प्रत्याशी जीतकर आएंगे'
वहीं, विधायकों की आपसी नाराजगी के सवाल पर टीएस सिंहदेव ने कहा कि 200 में से 99 कांग्रेस के विधायक जीते थे, जिससे सरकार ही नहीं बन रही थी, लेकिन निर्दलियों और अन्य दलों के सपोर्ट से सरकार बनी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को और साथ की जरूरत थी. निर्दलियों के साथ अन्य दलों ने भी कांग्रेस का साथ दिया है. सिंहदेव ने कहा कि राज्यसभा चुनाव में 51 वोट मिलने वाले को पहली वरीयता दी जाएगी, दूसरे और तीसरे नंबर पर 50-50 वोट वाले राज्यसभा सांसद चुने जाएंगे. इसके बाद चौथे के लिए पूरे वोट बचते ही नहीं हैं. कम से कम 50 वोट मिलने वाला ही जीतेगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के दोनों प्रत्याशी जीतकर आएंगे.
'विधायकों में आपसी कोई क्लेश नहीं है'
कांग्रेस पर्यवेक्षक टीएस सिंहदेव ने कहा कि विधायकों में आपसी कोई क्लेश नहीं है, क्योंकि सभी विधायक अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों से हैं. अगर क्लेश होगा भी तो एक विधानसभा क्षेत्र में हो सकता है, लेकिन विधायक सभी अलग-अलग विधानसभाओं से हैं, तो क्लेश का कोई सवाल ही नहीं होता. उन्होंने कहा कि इन बातों का राज्यसभा चुनाव पर कोई फर्क नहीं पड़ता है. राजसभा चुनाव में कैटेगरी वाइज वोट करने की बात पर उन्होंने कहा कि यह तो सीएम अशोक गहलोत ही तय करेंगे.