रायपुर:AIPC राजस्थान और AIPC चौपाल ने देश में पर्यावरण प्रदूषण और इसके दुष्प्रभावों से संबंधित मामलों को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का आयोजन किया. इस आयोजन में छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव भी शामिल हुए. इस बैठक में देश में पर्यावरण प्रदूषण और इसके दुष्प्रभावों से संबंधित मामलों को लेकर चर्चा की गई. इस दौरान AIPC चौपाल में कहा गया कि प्राकृतिक संसाधनों को सालों से नजरअंदाज कर हम सभी ने इस समस्या को आमंत्रित किया है. आज 'वर्तमान परिपेक्ष्य में भारत की पर्यावरण चुनौतियों' को गंभीरता से लेते हुए मीटिंग की गई है.
मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में अभी बहुत कार्य करने की गुंजाइश है. औद्योगिक क्रांति के बाद से पर्यावरण को भारी क्षति पहुंची है, जिस पर गंभीरता से कोई कदम नहीं उठाए गए हैं. उन्होंने कहा कि केवल उद्योगों या किसानों पर प्रतिबंध लगा देना मात्र ही पर्यावरण संरक्षण नहीं है. हमें जन-जन को पर्यावरण चुनौतियां और पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूक करना होगा.
छत्तीसगढ़ के 10 प्रतिशत उद्योग कोयले पर आधारित: टीएस सिंहदेव
टीएस सिंहदेव ने अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बिडेन की नीतियों का उल्लेख किया. उन्होंने कहा कि विश्व के एक बड़े शक्तिशाली राष्ट्र ने पर्यावरण संरक्षण को प्रमुखता से अपने कैबिनेट में शामिल किया है. दूसरी ओर हमारा भारत विश्व में ग्रीन हाउस इफेक्ट में तीसरे स्थान पर है, साथ ही कोयला उत्सर्जन में दूसरे स्थान पर है, जो चिंता का बड़ा विषय है. उन्होंने आगे कहा कि मध्य भारत के अधिकांश उद्योग कोयला संचालित हैं, जिसमें छत्तीसगढ़ के 10 प्रतिशत उद्योग कोयले पर आधारित हैं. हमारी अर्थव्यवस्था भी इन्हीं उद्योगों पर निर्भर है.
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पर्यावरण को बेहतर दिशा में ले जाने की तैयारी