रायपुर: एक बार फिर ETV भारत की खबर का असर देखने को मिला है. खबर को प्रमुखता से दिखाए जाने के बाद सरकार ने इस मामले पर संज्ञान लिया है.
स्वास्थ्य मंत्री ने लिया संज्ञान ETV भारत ने सड़कों पर घूम रहे मानसिक रोगियों के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया उठाते हुए बताया था कि 'किस तरह से सड़कों पर घूमने वाले मानसिक रोगियों की सरकार की ओर से अनदेखी की जा रही है.
सरकार ने नहीं दिया ध्यान
हमने बताया था कि मानसिक रोगियों के इलाज सहित देखरेख के लिए शासन प्रशासन की ओर से कोई उचित व्यवस्था नहीं की गई है, जबकि इस मामले को लेकर हाईकोर्ट ने साफ निर्देश दिए हैं कि मानसिक रोगियों के इलाज सहित रहने, खाने-पीने और पहनने के कपड़ों सहित व्यवस्थाएं सरकार को करनी है. बावजूद इसके शासन की ओर से इस विषय पर ध्यान नहीं दिया गया था.
स्वास्थ्य मंत्री ने कही ये बात
खबर को प्रमुखता से उठाने के बाद स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने मानसिक रोगियों की देख-रेख ओर उत्थान के लिए उचित कदम उठाने की बात कही है. उन्होंने कहा है कि 'मानसिक रोगियों के लिए शासन स्तर पर पहल की जाती रही है, लेकिन अभी इसमें ज्यादा काम किए जाने की जरूरत है'.
'व्यवस्था बनाने में हो रही दिक्कत'
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि 'वर्तमान में बिलासपुर में एक मेंटल हॉस्पिटल है. जहां रोगियी की संख्या ज्यादा होने के कारण व्यवस्था बनाने में दिक्कत हो रही है और यही वजह है कि अब सरकार की ओर से शासकीय अस्पतालों में मानसिक रोगियों के लिए व्यवस्था बनाए जाने पर विचार किया जा रहा है. सड़कों पर घूमने वाले मानसिक रोगियों को रखने सहित उनका उपचार और देखरेख की जा सके.
कब ली जाएगी सुध
बहरहाल स्वास्थ्य मंत्री ने मानसिक रोगियों के उपचार सहित उनकी देखरेख के लिए उचित व्यवस्था बनाने का आश्वासन तो जरूर दिया है, लेकिन अब देखने वाली बात है कि विभाग के अधिकारी और मंत्री के इस आश्वासन को कब तक अमलीजामा पहनाते हैं. यदि शासन-प्रशासन की ओर से मानसिक रोगियों के लिए कोई उचित व्यवस्था नहीं की गई तो आने वाले समय में यह मानसिक रोगी खुद को नुकसान कर सकते हैं या फिर दूसरों के लिए भी परेशानी खड़ी कर सकते हैं.