रायपुर: कांग्रेस पार्टी ने अपने घोषणापत्र में यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम को लागू करने का वादा किया था. ये स्कीम छत्तीसगढ़ राज्य में अक्टूबर महीने से शुरू होने वाली थी, लेकिन इसकी तैयारियां पूरी नहीं हो पाने के कारण इसे 3 महीने के लिए आगे बढ़ा दिया गया है. इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने ट्रस्ट मोड की तैयारी पूरी हो जाने के बाद इसे शुरू करने का निर्देश दिए है.
तीन महीने के लिए टली यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम, नए साल में शुरू होने की उम्मीद - आयुष्मान भारत योजना पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने बीमा कंपनी की मनमानी को रोकने के लिए इसे ट्रस्ट मोड पर संचालित करने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन अब तक स्वास्थ्य विभाग इसे लेकर किसी तरह की तैयारी नहीं कर पाई है. फिलहाल सिंहदेव ने आयुष्मान भारत योजना में आने वाले 3 महीने तक कोई बदलाव न करने के आदेश दिए हैं.
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने बीमा कंपनी की मनमानी को रोकने के लिए इसे ट्रस्ट मोड पर संचालित करने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन अब तक स्वास्थ्य विभाग इसे लेकर किसी तरह की तैयारी नहीं कर पाई है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की तैयारियां जैसे ही पूरी होगी इसे लागू किया जाएगा. फिलहाल सिंहदेव ने आयुष्मान भारत योजना में आने वाले 3 महीने तक कोई बदलाव न करने के आदेश दिए हैं.
नए साल से शुरू होगी यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम
वर्तमान में काम कर रही बीमा कंपनी की समयावधि सितंबर 2019 को समाप्त हो रही है. अक्टूबर से नए नियम आना था, लेकिन अब इसे जनवरी 2020 यानी कि नए साल से शुरू करने का लक्ष्य दिया गया है. बता दें कि राज्य में आयुष्मान भारत योजना के तहत होने वाले मरीजों के इलाज का क्लेम निर्धारित बीमा कंपनी की ओर से अस्पतालों को देना होता है, लेकिन पिछले कई महीनों से बीमा कंपनी करोड़ों के क्लेम रोके बैठी है. इस पर अनुबंधित अस्पताल के संचालकों ने आपत्ति भी जताई है.