रायपुर:प्रेम के कारक ग्रह शुक्र महाराज का आगमन चैत्र शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा यानी कि 6 अप्रैल 2023 गुरुवार को वृषभ राशि में हो रहा है. हस्त नक्षत्र, व्याघात योग और बालव करण में वृषभ राशि में शुक्र का प्रवेश होगा. वृषभ राशि, शुक्र ग्रह की अपनी स्वयं की राशि मानी जाती है. यहां पर शुक्र अधिक पावरफुल होते हैं. शुक्र ग्रह वृषभ में होकर मालव्य योग बनाते हैं.
सुख प्रदान करता है शुक्र:वृषभ राशि, ललित कला प्रधान राशि मानी जाती है. यह आर्ट डेकोरेशन और सभी तरह की ललित कलाओं का प्रतिनिधि ग्रह है. शुक्र चमकीला और सुख प्रदान करने वाला ग्रह माना गया है. इन्हें बहुत बार सजीव आंखों से भी देखा जा सकता है. शुक्र श्वेत रंग के माने जाते हैं. हीरा जैसा चमकीला ग्रह शुक्र का प्रतिनिधि ग्रह है. यह सौंदर्य श्रृंगार को दर्शाने वाला ग्रह है. शुक्र ग्रह का वृषभ राशि में गोचर होने से राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा? इस विषय पर ईटीवी भारत ने पंडित विनीत शर्मा से बातचीत की.
इन राशियों पर विशेष प्रभाव:पंडित विनीत शर्मा ने बताया "शुक्र का परिवर्तन कई राशियों के लिए बहुत ही लाभदायक होने वाला है. जैसे वृषभ राशि, कर्क राशि, कन्या राशि, वृश्चिक राशि, मकर राशि और मीन राशि इन सभी राशियों के लिए शुक्र ग्रह परम योगकारक साबित होगा. कुंभ राशि के लिए भी यह सकारात्मक सिद्ध होगा. कर्क राशि वाले जातकों को अच्छी इनकम देकर जाएगा. यानी कर्क राशि वाले जातक इस समय अधिक परिश्रम करें. कन्या राशि के जातकों के लिए यह भाग्य वर्धक है. वृश्चिक राशि के पारिवारिक जीवन में बहुत सुधार के संकेत हैं.