रायपुर:छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना के बाद से लेकर अब तक रायपुर शहर में सड़क दुर्घटनाओं में हुई मौतों के आंकड़े के आधारित यातायात पुलिस ने रिपोर्ट तैयार की है. जिसमें 19 ब्लैक स्पॉट पाए गए हैं, जहां पर सबसे ज्यादा सड़क हादसे हुए हैं. रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय को भेजी गई है, डीएसपी विंध्यराज, डीएसपी केपी दीवान और डीएसपी सतीश ठाकुर की संयुक्त टीम ने एक सप्ताह में रिपोर्ट तैयार की है.
रायपुर: शहर के ब्लैक स्पॉट की रिपोर्ट जारी, यहां हुए सबसे ज्यादा हादसे - DSP KP Diwan
रायपुर यातायात पुलिस ने शहर में हो रही सड़क दुर्घटनाओं में सबसे ज्यादा हुई मौतों को लेकर शहर के ब्लैक स्पॉट की रिपोर्ट जारी कर दी है.
ब्लैक स्पॉट
अधिकारियों ने बताया कि पहले 27 ब्लैक स्पॉट थे, लेकिन इस साल इसमें से 8 कम हो गए हैं. ब्लैक स्पॉट कम होने की वजह उन जगहों पर ओवरब्रिज और एक्सप्रेस वे का निर्माण होना बताया गया है. लिहाजा इस साल जनवरी से अब तक होने वाली मौतों में भी कमी आई है. पुलिस मुख्यालय ने यातायात विभाग को 19 सालों में ब्लैक स्पॉट या डेंजर जोन की रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा था.
ब्लैक स्पॉट-
- NH-53 में 8 डेंजर जोन, NH-30 में 7 डेंजर जोन.
- सुंदर नगर टोल प्लाजा से रायपुरा ओवर ब्रिज, पचपेड़ी नाका, टाटीबंध चौक से सरोना ओवर ब्रिज.
- महात्मा गांधी सेतु, महानदी पारागांव, पिंटू ढाबा से सेरीखेडी ओवर ब्रिज, जिंदल इस्पात टर्निंग से रिंग रोड नंबर-3 तिराहा से वीनू पेट्रोल पंप तक मेटल पार्क मोड़ से धनेली नाला.
- तिराहा मंदिर हसौद, बस स्टैंड चौक से व्यास तालाब, धनपुरी तिराहा से यातायात थाना भनपुरी तक, माना कैंप से शंकराचार्य आश्रम तक, शदाणी दरबार से धनेली मोड़ तक.
- साकरा रेडिएंट स्कूल टर्निंग से निमोरा पंचायत भवन तक, बंगोली मुरा टर्निंग प्रिंटिंग प्रेस से सिंघानिया चौक तक, मित्तल धर्म कांटा से बजरंग मैटालिक सरोना तक.
Last Updated : Nov 17, 2019, 2:42 PM IST