रायपुर: दिवाली के दिन कई तरह की पूजा अर्चना की जाती है. इस दिन गणेश-लक्ष्मी की पूजा के अलावा बही खाता पूजन भी किया जाता है. बही खाता पूजन खासकर व्यापारी, दुकानदार और कारोबारी करते हैं. दीपावली का दिन बही खातों के लिए भी शुभ मुहूर्त होता है. बही खातों की पूजा के लिए बही खातों पर केसर युक्त चंदन या फिर लाल कुमकुम से स्वास्तिक चिन्ह बनाया जाता है.
दिवाली पर व्यापारी बदलते हैं अपने बही-खाते, वर्षों से चली आ रही है ये परंपरा
दिवाली के दिन सारे व्यापारी अपने बही खाते बदलते हैं. व्यापारी खाते की पूजा करने के बाद उसे बदलकर नया बही-खाता इस्तेमाल करते हैं.
दिवाली पर व्यापारी बदलते हैं अपने बही-खाते
कारोबारियों का कहना है कि दीपावली के समय बही खाता बदलने की परंपरा काफी पुरानी है. यह सदियों से चलती आ रही है. इसलिए सभी कारोबारी अभी भी दीपावली के दिन अपने बही खाते की पूजा कर उसे बदलते हैं.
'बारिश से कारोबार में थोड़ फर्क पड़ा'
कारोबारियों ने बताया कि मंदी और बारिश के बाद भी कारोबार में थोड़ा बहुत अंतर तो आया है. पर लोगों का उत्साह देख वह काफी खुश हैं. कारोबारियों को उम्मीद है की बारिश और मंदी से उनके कारोबार पर जो असर पड़ा था वह अब हट जाएगा.
Last Updated : Oct 27, 2019, 6:32 PM IST