बांदा/रायपुरः छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मंगलवार को बांदा पहुंचे. यहां उन्होंने 2022 के चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी के लोगों के साथ बैठक की. इस चुनाव में किस तरह से विजय हासिल की जाए, इसको लेकर रणनीति बनाई.एक व्यक्तिगत कार्यक्रम में भी सम्मिलित हुए. भूपेश बघेल ने एक प्रेस कांफ्रेंस का भी आयोजन किया जिसमें उन्होंने केंद्र और प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला.
उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस सरकार में न तो किसानों को खाद मिल पा रही है और न ही सरकार कोयले की आपूर्ति कर पा रही है. सरकार वैक्सीन की भी ठीक से आपूर्ति नहीं कर पा रही है.उन्होंने प्रदेश सरकार पर भी जमकर हमला बोला. कहा कि यहां आज किसान परेशान है. सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने का वायदा किया था लेकिन यह वायदा आज तक पूरा नहीं हो पाया.
वहीं, बघेल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर चुटकी लेते हुए कहा, 'मैंने सोचा था कि जब मैं उत्तर प्रदेश जाऊंगा तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने बंगले में बुलाकर मुझे चाय पिलाएंगे लेकिन योगी आदित्यनाथ सत्ता के नशे में चूर है'. कहा, 'उनका घमंड सातवें आसमान पर है. आने वाले चुनाव में जनता उन्हें जवाब देगी'. बांदा शहर के सर्किट हाउस में छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि बुंदेलखंड की बात करें तो यहां के पिछड़ेपन को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधि, बुद्धिजीवी व अन्य लोग आवाज उठाते रहे हैं. 2021 में यहां के लिए 7000 करोड़ का पैकेज केंद्र सरकार ने दिया. मगर राज्य सरकार ने यह पैसा कहीं खर्च नहीं किया. इसके चलते विकास नहीं हो पाया.
यहां पर न तो मंडियों का निर्माण हो पाया और न ही कोई उद्योग धंधे लग पाए. भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने यहां के किसानों की आय को दोगुना करने की बात कही थी लेकिन पार्टी अब तक अपने वायदे को पूरा नहीं कर पाई है. यहां सिंचाई की भी कोई व्यवस्था नहीं है और न ही फसलों की खरीद की. ऐसे में आय के दोगुना होने का सवाल ही नहीं उठता.कहा, यहां दो फसल लेने वाले किसानों को उतना ही बिजली बिल देना होता है जितना एक फसल लेने वाले किसान को. इस प्रकार देखा जाए तो बुंदेलखंड के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार होता आ रहा है.
भूपेश बघेल ने बताया कि अभी कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कुछ प्रतिज्ञाएं घोषित की हैं जिसमें खासतौर से किसानों के लिए गेहूं और धान की फसल 2500 रुपये में खरीदने की बात कही गई है. इसके अलावा किसानों का कर्ज माफ करने व गन्ना खरीद 400 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से करने की प्रतिज्ञा की गई है.कई अन्य प्रतिज्ञाएं भी की गईं हैं. किसानों की बात की जाए तो पूरे देश में किसान आंदोलन कर रहे हैं. किसानों के आंदोलन को सरकार दबाने की लगातार कोशिश कर रही है.
भूपेश बघेल ने बताया कि 2018 के छत्तीसगढ़ चुनाव से पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी वहां गए थे. उन्होंने किसानों के कर्ज माफी का वायदा किया था. इसके बाद वहां 18 लाख से अधिक किसानों का 9000 करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया गया. हमने वहां 2500 रुपये में धान की खरीद की. किसानों की अर्थव्यवस्था सुधारने का काम किया. स्थिति यह है कि देश के दूसरे क्षेत्रों में मंदी का असर है लेकिन छत्तीसगढ़ में मंदी का जरा भी असर नहीं है.छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि रवि की फसल के लिए चाहे यूपी हो या मध्यप्रदेश, हर जगह खाद के लिए हाहाकार मचा हुआ है. ललितपुर में तो किसान की मौत भी हो चुकी है.