रायपुर: 'कलम रख मशाल उठा आंदोलन' का तीसरा चरण आज से शुरू होगा. छत्तीसगढ़ के अधिकारी-कर्मचारी आज राजधानी में राज्य सरकार के खिलाफ वादा निभाओ रैली निकालेंगे. रैली के लिए प्रदेशभर से अधिकारी-कर्मचारी राजधानी में जुटे हैं. धरना-प्रदर्शन और सभा के बाद ये सभी मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपेंगे.
अधिकारी-कर्मचारी फेडरेशन के बैनर तले आंदोलन
राजधानी रायपुर में कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन के बैनर तले आज प्रदेशव्यापी प्रदर्शन किया जाएगा. 14 सूत्रीय मांगों को लेकर फेडरेशन चरणबद्ध आंदोलन कर रहा है. घोषणापत्र में कर्मचारियों के लिए किए गए वादों को आज प्रदर्शन के माध्यम से याद दिलाने की कोशिश होगी.
विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन
संगठनों ने पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने, लिपिकों की वेतन विसंगति और 20 साल पूरा कर चुके पटवारियों को सीधे आरआई की नियुक्ति देने की मांग की है. अपनी इन 14 सूत्रीय मांगों को लेकर अधिकारियों-कर्मचारियों ने कलेक्टर को पहले, दूसरे चरण में ज्ञापन भी सौंपा है.
11 दिसंबर को अधिकारी-कर्मचारी फेडरेशन के बैनर तले अपनी लंबित मांगों को लेकर पटवारी संघ, अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन और पंचायत कर्मचारी संघ ने धरना दिया था.
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इन मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन-
- लिपिक संवर्ग के वेतन विसंगति का निराकरण
- प्रदेश के अधिकारियों और कर्मचारियों को 9 प्रतिशत महंगाई भत्ते के भुगतान का आदेश
- वेतन पुनरीक्षण नियम 2017 का बकाया एरियर्स
- 50 लाख अनुग्रह राशि
- जनघोषणा पत्र के मुताबिक चार स्तरीय पदोन्नति
- पुरानी पेंशन योजना की बहाली
- अनुकंपा नियुक्ति प्रकरणों का निराकरण
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छत्तीसगढ़ कर्मचारी संघ ने 11 दिसंबर को भी अपनी विभिन्न मांगों को लेकर एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया था. ये धरना-प्रदर्शन पूरे प्रदेश में किया गया था. इसमें कई संगठन शामिल हुए थे.
छत्तीसगढ़ अधिकारी-कर्मचारी फेडरेशन का कहना है कि राज्य शासन को समय-समय पर ज्ञापन देकर समस्या के निराकरण का अनुरोध किया जाता रहा है, लेकिन सरकार उन पर ध्यान नहीं दे रही. समस्या का निराकरण नहीं होने की वजह से अधिकारियों-कर्मचारियों में आक्रोश है.
तीन स्तर पर चरणबद्ध आंदोलन
आंदोलन 3 चरणों में रखा गया था. 1 दिसंबर को ब्लॉक स्तर पर आयोजन हुआ. 11 दिसंबर को जिला स्तर पर धरना-प्रदर्शन किया गया. अब आज रायपुर में प्रदेशव्यापी आंदोलन किया जाएगा.