रायपुर:छत्तीसगढ़ राज्य गठन के उपलक्ष्य में आयोजित पांच दिवसीय राज्योत्सव के तीसरे दिन छठी क्लास की बालिका आरू साहू ने राजकीय गीत ‘अरपा पैरी की धार, महानदी हे अपार', ‘पंथी गीत' और 'धनी बिना जग लागे सून्ना रे' गाकर सभी दर्शकों का दिल जीत लिया.
राज्योत्सव में आरू साहू ने अपनी गीतों से बांधा समा बता दें कि राज्योत्सव के तीसरे दिन सांस्कृतिक संध्या में सेक्सोफोन धुन सुनकर लोग झूम उठे. सेक्सोफोन बजते ही राज्योत्सव के मैदान से लोग सांस्कृतिक मंच की ओर जाने के लिए विवश हो गए और सांस्कृति कार्यक्रम से बाहर निकलने वाले लोग फिर से वापस जाकर सेक्सोफोन सुनने बैठ गए. सेक्सोफोन में 'अरपा पैरी के धार, महानदी हे आपार' सहित फिल्मी और छत्तीसगढ़ी गीतों की धुन पर कलाकार निलेश, सुनील कुमार, विजेन्द्र पिन्टू एवं उनके साथियों ने मिलकर प्रस्तृति दी थी.
छत्तीसगढ़ी संस्कृति पर आधारित कार्यक्रम प्रस्तुत किया
राज्योत्सव की सांस्कृतिक संध्या में बिलासपुर की निलिमा मोईत्रा ने कठपुतली नृत्य के माध्यम से बड़े ही रोचक ढंग से 'बेटी-बचाओ, बेटी-पढ़ाओ', स्वच्छता अभियान, राउत नाचा एवं छत्तीसगढ़ी संस्कृति पर आधारित कार्यक्रम प्रस्तुत किया. कठपुतली कार्यक्रम को दर्शकों ने काफी सराहा.
मोहम्मद आरीफ ने गिटार वादन प्रस्तुत किया
वहीं भिलाई के रिखी छत्री एवं साथियों ने लोक मंच के माध्यम से कर्मा नृत्य, कोकई कांटा गीत पर अपनी प्रस्तुति दी. धमधा के घनश्याम ठाकुर ने कर्मा नृत्य, सरगुजा के बसंत राम ने लोहाटी बाजा, राकेश शर्मा एवं साथियों ने कबीर भजन एवं सुफी गायन, इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ के विद्यार्थियों ने ताल कचहरी और रायगढ़ के मोहम्मद आरीफ ने गिटार वादन प्रस्तुत किया.