रायपुर: अभनपुर जनपद पंचायत में आने वाले जौंदी गांव के लोग इस बार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में सरपंच पद का उम्मीदवार नहीं चुन पाएंगे. लोगों ने बताया कि, 'वह अधिकारियों से नाखुश हैं. गांव में अनुसूचित जाति के लोग नहीं हैं, लेकिन फिर भी सरपंच पद को अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित करना सही नहीं है.' इस फैसले को ग्रामीणों ने राजनीतिक दबाव माना है.
रायपुर: अभनपुर के जौंदी गांव के लोग नहीं चुन पाएंगे सरपंच!
जौंदी गांव में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में सरपंच पद अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित किया गया, लेकिन इस गांव में अनुसूचित जाति के लोग हैं ही नहीं. इसकी वजह से गांव में 6 महीने बाद चुनाव होंगे.
वहीं सरपंच पद की उम्मीद में रहे लोग अब पंच पद में अपनी दावेदारी कर रहे हैं. वहीं ग्रामीण महिलाओं का कहना है कि, 'वे गांव के विकास की राह देख रहे थे, जो अब अधूरा रह जाएगा.'
अभनपुर SDM सूरज साहू ने बताया कि, 2011 की जनसंख्या के मुताबिक जौंदी गांव में अनुसूचित जाति के लोग रहते थे लेकिन 9 साल बाद स्थिति बदल गई. यहां अनुसूचित जाति के लोग नहीं हैं. इसलिए यह सीट उस वक्त की जनगणना के हिसाब से आरक्षित हुई. लेकिन अब हालात बदल गए हैं ऐसे में यहां अब चुनाव 6 महीने बाद होंगे.