रायपुर: अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का चुनाव हुआ. जिसके बाद मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस के नए अध्यक्ष चुने गए. अब मल्लिकार्जुन खड़गे देश के विभिन्न राज्यों में अपनी टीम तैयार कर रहे हैं. इसी कड़ी में मलिकार्जुन ने छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रदेश प्रभारी पी एल पुनिया को बदलते हुए उनकी जगह कुमारी शैलजा को छत्तीसगढ़ की कमान सौंपी है. कुमारी शैलजा के प्रदेश प्रभारी बनते ही, अब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बदलने की सुगबुगाहट तेज हो गई है. माना जा रहा है कि अब मल्लिकार्जुन खड़गे अपनी नई टीम तैयार कर रहे हैं और उसमें प्रभारी के बाद हो सकता है कि प्रदेश अध्यक्ष को भी बदला जाए.
वर्तमान में छत्तीसगढ़ कांग्रेस की कमान मोहन मरकाम संभाल रहे हैं जो कि विधायक भी हैं. उनके नेतृत्व में लगातार कांग्रेस बेहतर प्रदर्शन कर रही है. हाल के उप चुनावों में भी कांग्रेस को अच्छी जीत मिली है. वहीं मोहन मरकाम पार्टी में बेहतर तालमेल मिलाकर आगे बढ़ रहे हैं इस बीच यदि चुनाव के 10 11महीने पहले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बदला जाता है तो उसका पार्टी पर क्या प्रभाव पड़ेगा. इससे पार्टी को कितना नफा नुकसान होगा आखिर इस पूरे मामले को लेकर राजनीति के जानकार क्या कहते हैं.
राजनीति के जानकार और वरिष्ठ पत्रकार शशांक शर्मा का कहना है कि "जुलाई अगस्त में इस तरह की चर्चा थी कि जब कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव चल रहे हैं. ऐसे में प्रदेश अध्यक्ष भी बदले जा सकते हैं. तब तत्कालीन कांग्रेस प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने स्पष्ट तौर पर कहा था कि वर्तमान में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बदलने की जरूरत नहीं है. लेकिन अब कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बदल चुके हैं, ऐसे में स्वाभाविक है कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष देश में अपनी टीम तैयार करेंगे. यही वजह है कि वर्तमान में पीएल पुनिया की जगह कुमारी शैलजा को कांग्रेस प्रदेश प्रभारी बनाया गया है. ऐसे में कांग्रेस का राष्ट्रीय नेतृत्व वर्तमान प्रदेश प्रभारी से फीडबैक ले. आगामी दिनों में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को लेकर कोई निर्णय ले सकता है.