रायपुर: एक ओर सरकार जहां आसमान की बुलंदियों को छूने की बात करती है और साथ ही गांवों को शहरों से सड़क मार्ग से जोड़ने की बाते करती है वहीं रायपुर जिले के आरंग नगर से महज 8 किलोमीटर की दूरी पर बसे गांव छटेरा में ये वादे झूठे नजर आते हैं.
यहां सिफर हैं विकास के दावे, खतरे को न्योता देता पुल - people are getting upset
गांव छटेरा जो कि नवापारा आरंग से चम्पारण और नवापारा नगर को जोड़ने वाली सड़क है, इस गांव से आरंग नगर जाने वाली एक ही सड़क है. गांव के समीप जर्जर पुल बना हुआ है. ये पुल आने-जाने वाले लोगों के लिए खतरे की ओर इशारा करता है.
गांव छटेरा जो कि नवापारा आरंग से चम्पारण और नवापारा नगर को जोड़ने वाली सड़क है, इस गांव से आरंग नगर जाने वाली एक ही सड़क है. गांव के समीप जर्जर पुल बना हुआ है. ये पुल आने-जाने वाले लोगों के लिए खतरे की ओर इशारा करता है.
आने-जाने वालों को सदा भय बना रहता है कि उनकी जान पर खतरा बन आए. इस पुल पर न ही सुरक्षा का कोछ इंतजाम है और न ही रेलिंग है. लोगों ने बताया कि बारिश के दिनों में थोड़ी सी बरसात से आरंग जाने का मार्ग बंद हो जाता है. शासन इसकी सुध नहीं ले रही है. जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. इस पुल पर कई घटना भी हो चुकी है .