रायपुरः रख-रखाव के अभाव में राजधानी के बस स्टॉप अपनी बदहाली को लेकर आंसू बहा रहे हैं. आम तौर पर बस स्टॉप का इस्तेमाल बस पकड़ने या बस का इंतजार करने के लिए किया जाता है. लेकिन जिम्मेदारों की लापरवाही से आज बस स्टॉप का इस्तेमाल बस का इंतजार करने की जगह इसे आस्थाई पेशाब घर बना दिया गया है.
नाम मात्र का रह गया बस स्टॉप
रायपुर के फाफाडीह चौक स्थित बस स्टॉप की हालत इतनी जर्जर हो गई है कि जगह-जगह टाइल्स टूटी पड़ी है. वहीं पर बस स्टॉप के रूप में एक नाम मात्र का ढांचा खड़ा है. जहां लोगों के बैठने की कोई व्यवस्था तक नहीं है.
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बस स्टॉप पर खड़े एक यात्री ने बताया कि अब ये बस स्टॉप के बजाय यहां पेशाब घर बना दिया गया है. इसलिए यहां पर बस का इंतजार करना संभव नहीं है. जबकि यहां से लगभग सभी जगहों के लिए लगातार बसें चलती रहती हैं. बस स्टॉप का सही उपयोग नहीं होने से यात्री परेशान हो रहे हैं. लेकिन जिमेदारों का ध्यान इधर नहीं जा रहा है. बस स्टॉप के रख-रखाव के नाम से लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है.