रायपुर: स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने सोमवार को छत्तीसगढ़ में कोविड-19 की जांच और इलाज को लेकर की गई व्यवस्था की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने राज्य कंट्रोल एंड कमांड सेंटर की बैठक में ज्यादा से ज्यादा सैंपल्स की जांच के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि प्रदेश में जांच की सुविधा लगातार बढ़ाई जा रही है. राजनांदगांव, बिलासपुर और अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज में जल्द ही सैंपल्स की आरटीपीसीआर जांच शुरू हो जाएगी. अभी यहां चार संस्थानों में आरटीपीसीआर जांच के साथ ही दस जिलों में ट्रू-नाट विधि से सैंपल्स की जांच की जा रही है. इसके अलावा रैपिड एंटीजन किट से भी सैंपल्स की जांच शुरू कर दी गई है.
सिंहदेव ने बैठक में संक्रमितों की कॉन्टैक्ट-ट्रेसिंग और सर्वे के काम में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने इस संबंध में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और मितानिनों के प्रशिक्षण के बारे में भी जानकारी ली. उन्होंने जांच की संख्या बढ़ाने और नए शुरू हो रहे लैबों में मानव संसाधन की उपलब्धता के लिए लैब तकनीशियनों के प्रशिक्षण के बारे में भी पूछा. इसके अलावा उन्होंने कोविड-19 के इलाज के लिए स्थापित आठ विशेषीकृत आंचलिक और दस जिला स्तरीय अस्पतालों में इलाज और अन्य संसाधनों की उपलब्धता के बारे में भी आवश्यक निर्देश दिए.
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स्वास्थ्य मंत्री ने समीक्षा बैठक के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंस से बस्तर के कलेक्टर रजत बंसल, जगदलपुर मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. यूएस पैकरा और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से चर्चा कर वहां कोविड-19 की जांच और उपचार की व्यवस्था की जानकारी ली. उन्होंने टेस्टिंग किट, पीपीई, मास्क, दवाईयों और अन्य संसाधनों की उपलब्धता के साथ ही स्टॉफ और मरीजों के लिए की गई व्यवस्था के बारे में भी पूछा. साथ ही कोरोना संक्रमित पाई गईं मेडिकल कॉलेज की स्टॉफ और वहां भर्ती मरीज से बात कर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली और हौसला अफजाई की. सिंहदेव ने मरीज से अस्पताल में इलाज और भोजन व्यवस्था के बारे में भी जानकारी ली.