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SPECIAL: आपके पर्सनल डेटा को बचाने के लिए इन एप्लीकेशंस को भारत सरकार ने किया बैन

साइबर ठगी से बचने के लिए मोबाइल एप्लीकेशन इंस्टॉल करते समय खास सावधानी की जरूरत है. साइबर एक्सपर्ट और पुलिस विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मोबाइल एप इंस्टॉल करते समय इन बातों का ध्यान रखें.

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Published : Jan 9, 2021, 1:21 PM IST

Updated : Jan 9, 2021, 2:30 PM IST

Take care while installing mobile application to avoid cyber fraud in raipur
मोबाइल एप्लीकेशन

रायपुर: इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौद्योगिक मंत्रालय ने भारत में तीन बार बड़ी कार्रवाई करते हुए तकरीबन 220 मोबाइल एप्लीकेशन को देश में बैन कर दिया है. इन बैन किए गए एप्लीकेशन्स में लगभग सभी चाइना से संबंधित हैं. भारत सरकार की तरफ से मोबाइल ऐप को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताकर प्रतिबंध किया गया है.

भारत ने कई मोबाइल एप्लीकेशंस किए बैन

पढ़ें: साइबर ठगी का शिकार होने पर तुरंत करें शिकायत, वापस मिल सकती है राशि

भारत में पहली बार 29 जून 2020 को 59 मोबाइल एप्लीकेशन बैन किए गए थे, जिनमें ये शामिल हैं.

टिक टॉक
शेयर इट
केवाई
यूसी ब्राउजर
बेड़ू मैप
शी इन
क्लैश ऑफ किंग्स
डीयू बैटरी सेवर
हेलो

लाइक
यूकेम मेकअप
एमआई कम्युनिटी
सीएम ब्राउजर
रोमवी क्लब फैक्ट्री
न्यूज डॉग
वीचैट
यूसी न्यूज
क्यू क्यू मेल
विबो
एक्सएडर
क्यू क्यू म्यूजिक
बिगो लाइव
सेल्फीसिटी
मेल मास्टर
पैरलर स्पेस
एम आई वीडियो कॉल शीयामी
विसाइन
ईएस फाइल एक्सप्लोरर
विवाह वीडियो
मीइटू
विगो वीडियो
न्यू वीडियो स्टेटस
डीयू रिकॉर्डर
वोल्ट हाइड
कैचे क्लियर
डीयू एप स्टूडियो
डीयू ब्राउजर
हगो प्ले विद न्यू फ्रेंड्स
कैमस्कैनर
क्लीन मास्टर चीता मोबाइल
वंडर कैमरा
फोटो वंडर
क्यू क्यू प्लेयर
वी मीट
स्वीट सेल्फी
बेड़ू ट्रांसलेट
वी मेट
क्यू क्यू इंटरनेशनल
क्यू क्यू सिक्योरिटी सेंटर
क्यू क्यू लांचर
यू वीडियो
वी फ्लाइट स्टेटस वीडियो
मोबाइल लीजेंट्स
डीयू प्राइवेसी

मोबाइल एप्लीकेशन इंस्टॉल करते समय खास सावधानी की जरूरत

इसके बाद 2 सितंबर 2020 को भारत में 118 एप्लीकेशन बैन किए गए

एपीयुएस लॉन्चर प्रो
एपीयुएस लांचर
एपीयुएस सिक्योरिटी
एपीयुएस टर्बो क्लीनर
एपीयुएस फ्लैशलाइट
कट कट
बिंदु
बिंदु एक्सप्रेस
फेसयू
शेयर शेव
कैमकार्ड
कैमकार्ड बिजनेस
कैमकार्ड फॉर सेलस्फोर्स
केम ओसी आर
इन नोट
वूव मीटिंग
सुपर क्लीनर
वीचैट
रिकॉर्डिंग
रीडिंग
गवर्नमेंट वीचैट
स्मॉल क्यू
ब्राउज़र टेंसेंट
पीटू
वीचैट वर्क
साइबर हंटर
साइबर हंटर लाइट
नाइस आउट
सुपर मेचा चैंपियंस
लाइफ आफ्टर
ड्रोन ऑफ इस्लेस
लूडो वर्ल्ड
चेस्ट रस
पब जी मोबाइल
रिस्क ऑफ कैंडल्स
आर्ट ऑफ कोनक्वेस्ट
डांक टैंक्स
वॉर पाथ
गेम ऑफ सुल्तान
गैलरी वॉल्ट
स्मार्ट एप
लॉक मैसेज
लॉक हाईटेक
हाइड ऐप
लॉक ऐप
लॉक लाइट
डुएल स्पेस
जैक जैक प्रो
म्यूजिक
म्यूजिक प्लेयर
एचडी कैमरा
सेल्फी ब्यूटी कैमरा
क्लीनर वेब ब्राउज़र
वीडियो प्लेयर ऑल फॉरमैट
फॉर एंड्राइड
फोटो गैलरी
एचडी एंड एडिटर
फोटो गैलरी एंड एल्बम
म्यूजिक प्लेयर
एचडी कैमरा
एचडी कैमरा प्रो एंड सेल्फी म्यूजिक
प्लेयर गैलरी
एचडी वेब ब्राउज़र
म्यूजिक प्लेयर
वीडियो प्लेयर
लमौर लव आल ओवर द वर्ल्ड
एमौर
एमवी मास्टर
ए पी यू एस मैसेंजर सेंटर
लाइव यू मीट
कैरम फ्रेंड
लूडो ऑल स्टार
बाइक रेसिंग
रेंजर्स ऑफ ओबलीविओं
जेद कैमरा
गो s.m.s. प्रो
यू डिक्शनरी यू लाइक
तेन तेन
मिको चैट
कीटी लाइव
मलय सोशल डेटिंग एप
अली पे
अली पर एचके
मोबाइल टाव बाव
यु को
रोड ऑफ़ किंग्स
सीना न्यूज़
नेटीसे न्यूज़
पेंग्विन
एफएम लर्न
चाइनीस आई
सुपर चाइनीस
युवा लाइव
लिटिल क्यू एल्बम
फाइटिंग लैंडलॉर्ड्स

जिसके बाद भारत ने 24 नवंबर को 43 एप्लीकेशन पर बैन लगाया

अली सप्लायर्स मोबाइल ऐप
अलीबाबा वर्क बेंच
अली एक्सप्रेस
अली पेकैसियर
स्नेक वीडियो
सोल
चाइनीस सोशल
डेट इन एशिया
वी डेट एप
फ्री डेटिंग एप
अडोरे एप
ट्रूली चाइनीस
ट्रूली एशियन
चाइना लव
डेट मय ऐज
अइसन डेट
फ़्लर्ट विश
गाइस ओनली डेटिंग
वी वर्क चाइना
फर्स्ट लव लाइफ
मैंगो
वीटीवी
वीटीवी
वीटीवी लाइट
लकी लाइव
डिंगटॉक
आईडेंटिटी वी
आइसोलेंड 2
बॉक्स स्टार
हीरोज
हैप्पी फिश
जेलीपॉप

एप्लीकेशन को बैन करने के पीछे के प्रमुख कारण

जिन एप्लीकेशन को केंद्र सरकार ने बैन किया है, उसका प्रमुख कारण यही है कि उन एप्लीकेशंस के सर्वर भारत में नहीं हैं. इस वजह से इनका कंट्रोल दूसरी कंपनियों के पास होता है, जिससे देश को काफी खतरा होता है. कई बार देखा गया है कि आतंकवादी ग्रुप या असामाजिक तत्व मोबाइल को हैक करके या मोबाइल एप्लीकेशन को हैक करके लोगों को ट्रैक करते हैं.

मोबाइल एप्लीकेशन इंस्टॉल करते समय खास सावधानी की जरूरत

एप्लीकेशन डाउनलोड करने वक्त और इस्तेमाल करते समय रखें पूरा ख्याल

किसी भी एप्लीकेशन को इंस्टॉल करते समय एप्लीकेशन कई तरह की परमिशन मांगता है. बिना परमिशन के वह एप्लीकेशन आपके मोबाइल में इंस्टॉल नहीं होता है या नहीं खुलता है. ऐसे में बिना पढ़े अलाउ बटन ना दबाएं, इससे मोबाइल का कई निजी डेटा लीक होने का खतरा बढ़ जाता है.

पढ़ें: साइबर ठग चूना लगाने को हैं तैयार, आपकी सावधानी है आपका हथियार

पर्सनल डाटा डार्क वेब पर लाखों-करोड़ों रुपए में होते हैं सेल

कोई भी हैकर या ठग अगर आपके पर्सनल डाटा को एक्सेस करने में कामयाब हो जाता है, तो वह आसानी से किसी की भी लोकेशन या निजी डेटा को चुरा सकता है. इसके साथ ही इस तरीके की निजी डेटा जैसे फोन नंबर, आधार कार्ड नंबर, एटीएम कार्ड, पर्सनल वीडियो और फोटो जैसे कई निजी डेटा को हैकर और ठग डार्क वेब में सेल करता है. डार्क वेब में यह सारी चीजें लाखों-करोड़ों में बेची जाती है.

'किसी भी लिंक पर ना करें क्लिक'

रायपुर एडिशनल एसपी लखन पटले ने बताया कि लोगों को यह बात काफी ध्यान रखने की जरूरत है कि कोई भी व्यक्ति किसी भी अन्य व्यक्ति को फ्री में लाभ नहीं पहुंचाता और अगर मोबाइल पर किसी तरह की कोई लिंक आती है, तो उसे बिल्कुल क्लिक ना करें. इससे आपकी निजी जानकारी सामने वाले के पास पहुंच जाती है. एडिशनल एसपी लखन पटले ने जनता से अपील की कि जिस भी एप्लीकेशन का उपयोग करें, उन्हें सावधानी से करें और अगर किसी तरह की कोई भी ठगी हो, तो तत्काल नजदीकी थाने जाकर रिपोर्ट दर्ज कराएं.

Last Updated : Jan 9, 2021, 2:30 PM IST

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