रायपुर:कोरोना काल का समय जैसे-जैसे बढ़ता जा रहा है, लोगों में मानसिक तनाव की समस्या बढ़ती जा रही है. उन लोगों में भी मानसिक अवसाद के हालात पैदा हो रहा है जो कोरोना काल में कानून और सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने में अहम भूमिका निभा रहे हैं. लेकिन अब लोगों की सहनशीलता भी जवाब देने लगी है. खासकर मेडिकल स्टाफ जिसमें डॉक्टर नर्स सहित अन्य लोग शामिल है. अधिकारियों और पुलिसकर्मियों की भी स्थिति इस कोरोना काल में ऐसी हो गई है कि वे भी अब अपना आपा खोते जा रहे हैं. उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि वे क्या कर रहे हैं ?
सूरजपुर कलेक्टर रणवीर शर्मा ने आम लोगों से बदसलूकी की. इतना ही नहीं कलेक्टर ने एक युवक का मोबाइल भी पटक कर तोड़ दिया. इस पूरी घटना को भी मनोचिकित्सक मानसिक अवसाद के रूप में देख रहे हैं.
पावर के नशे में सूरजपुर के कलेक्टर ने बीच सड़क पर बच्चों और महिलाओं से की बदसलूकी
घटना के बाद सूरजपुर कलेक्टर खुद भी स्वीकार कर रहे हैं कि लगातार काम की वजह से वे काफी तनाव में रहते हैं. उनके परिवार में भी कोरोना संक्रमित मिले हैं. जिस वजह से उनमें कोरोना को लेकर भय व्याप्त है. वे चाहते हैं कि यह बीमारी ना फैले. इसीलिए उनके द्वारा थोड़ी सख्ती बरती गई. हालांकि इस तरह का व्यवहार उन्हें नहीं करना था. कलेक्टर ने सार्वजनिक रूप से वीडियो जारी कर युवक से माफी भी मांगी है.
कोरोना काल में काम करना बेहद मुश्किल