रायपुर : नगर निगम में MIC की बैठक रखी गई, जिसमें 6 प्रस्तावों को लेकर चर्चा की गई. सबसे अहम प्रस्ताव रायपुर नगर निगम के सिटी सैनिटेशन कार्य के लिए मैनुअल स्वीपिंग मशीन से सड़कें और ड्रेन की सफाई कार्य के लिए दूसरे राज्य की कंपनी को ठेका देने का प्रस्ताव रखा गया.
रायपुर नगर निगम में MIC की बैठक हुई, जिसमें छह प्रस्तावों को लेकर चर्चा की गई. मशीनीकृत सफाई अहम प्रस्ताव
इस सफाई काम के लिए हर महीने नौ करोड़ 65 हजार रुपए का व्यय संभावित है. मशीनीकृत सफाई कार्य के लिए लगभग 330 किलोमीटर सड़कें, जिसकी चौड़ाई 7 मीटर से ज्यादा होगी. साथ ही दो और चार लेन सड़कें शामिल होंगी.
वहीं मशीन से सफाई किए जाने का खर्च 115 करोड़ 8 हजार रूपए है. 4 साल के लिए पांच प्रतिशत वार्षिक संभावित मूल्य वृद्धि सहित 492 करोड़ 59 हजार रूपए का व्यय संभावित है. साथ ही इस कार्य के लिए बजट की मांग शासन से की जाएगी. साथ ही मानवीयकृत सफाई के लिए शहर में 432 व्यवसायिक बीट और 1698 आवासी बीट के रूप में बांटा गया है.
सड़क नामकरण पर हुई चर्चा
बैठक में जोन क्रमांक 7 के में आने वाले चौबे कॉलोनी में गीता नगर से अंडरब्रिज तक जाने वाली सड़क का नामकरण स्वर्गीय गोविंदलाल वोरा के नाम से नामकरण किए जाने के बारे में भी चर्चा की गर्ई.
कोने-कोने में होगी सफाई
महापौर ने बताया कि शहरों की सड़कों की सफाई मशीन द्वारा की जाएगी. मैनुअल तरीके से सफाई किए जाने पर भी 6 से 7 करोड़ रुपए खर्च आता था, लेकिन फिर भी काम सिर्फ 50% दिखाई देता था. वहीं अब कंपनियों को ठेके पर काम दिया जाएगा, जिससे शहर के दूर-दूर के इलाके जो सफाई से वंचित रहते थे, वो भी साफ हो पाएंगे. शहर की नालियों और नालों की सफाई, सफाईकर्मी ही करेंगे. इसके साथ ही हर वार्ड में 15 सफाईकर्मी अलग से काम करेंगे. महापौर ने बताया कि सफाई का पूरा काम कंपनी करेगी. साथ ही मशीनों का मेंटेनेंस और बाकी अन्य चीजें भी कंपनी ही वहन करेगी.