रायपुर:छत्तीसगढ़ के निलंबित IPS मुकेश गुप्ता और विवादों का नाता शुरू से ही रहा है. हाल ही में मुकेश गुप्ता एक और विवादित मामले को लेकर सुर्खियों में है. इस बार मुकेश गुप्ता के खिलाफ MGM में हुई आर्थिक अनियमितता को लेकर EOW ने FIR दर्ज की है. जिसके बाद पुलिस महकमे सहित राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है.
कांग्रेस सरकार के आने के बाद मुकेश गुप्ता की मुश्किलें बढ़ गई हैं. गुप्ता पर अवैध तरीके से फोन टेपिंग मामले के दस्तावेज से छेड़छाड़ सहित कई मामलों में जांच चल रही है. हालांकि गुप्ता भी सरकार को चुनौती देने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. अपने निलंबन के खिलाफ गुप्ता कोर्ट गए.
इन विवादों से रहा नाता-
- कथित 36 हजार करोड़ रुपये के नान घोटाले में IPS मुकेश गुप्ता पर FIR
- फोन टेपिंग के आरोप में हुए सस्पेंड
- आरोपियों और संबंधित लोगों के फोन टेप करने का आरोप
- डीजी मुकेश गुप्ता 9 फरवरी 2019 को सस्पेंड
- डॉ. मिक्की मेहता की मौत मामले में भी आरोपी
- भिलाई साडा की जमीन बेजा तरीके से कब्जा करने का आरोप
- मुकेश गुप्ता कभी कांग्रेस नेताओं के भी करीबी थे
- दुर्ग और रायपुर में किसानों की जमीन पर कब्जा करने का आरोप
कभी बड़े पावरफुल अधिकारी थे गुप्ता
वरिष्ठ पत्रकार राजकुमार सोनी बताते हैं कि मुकेश गुप्ता बीजेपी शासन काल में पावरफुल पुलिस अधिकारी हुआ करते थे. उनके बिना पुलिस मुख्यालय में कोई भी बड़ा निर्णय नहीं लिया जाता था, सोनी का दावा है कि पूर्व की बीजेपी सरकार के संरक्षण के कारण कई बार गुप्ता विपक्षी दलों के नेताओं को दबाने का भी काम करते रहे हैं लेकिन सत्ता परिवर्तन के बाद अब एक-एक करके उनके सारे मामले खुल रहे हैं और भूपेश सरकार उनके खिलाफ कई मामलों में FIR दर्ज करा रही है.
बीजेपी ने कहा- रूटीन कार्रवाई