रायपुर: छत्तीसगढ़ में RTE (Right to education) के तहत बच्चों की भर्ती के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुक्रवार से बंद हो गई है. कोरोना संक्रमण को देखते हुए सरकार ने दो दिन का समय और दिया था, जिसमें 10 जुलाई को आवेदन की अंतिम तारीख थी. इसके लिए रायपुर में RTE (Right to education) के तहत तकरीबन 8 हजार बच्चों को प्रवेश दिया जाता है, कोविड-19 के कारण इस बार आवेदन लेने की प्रक्रिया में कुछ बदलाव किए गए थे. बावजूद इसके अपेक्षा के अनुसार आवेदन नहीं आ पाए हैं.
सुविधाओं के बाद भी RTE के लिए कम आए आवेदन जिला शिक्षा अधिकारी जीआर चंद्राकर ने बताया कि इस बार कई बदलाव किए गए थे, सभी आवेदन Online लिए गए थे, ताकि किसी भी परिजन को घरों से बाहर निकलना न पड़े और उन्हें किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो, लेकिन बावजूद इसके अपेक्षा के अनुसार आवेदन नहीं आए हैं. हमारे पास तकरीबन 8000 सीटें हैं. इस बार आवेदन केवल 10 हजार आए हैं, जो हर बार की तुलना में बेहद ही कम हैं. 14 जुलाई को होगी छत्तीसगढ़ कैबिनेट की बैठक, गोबर के दाम पर लगेगी मुहर
इस साल उम्मीद से कम फॉर्म आए
जीआर चंद्राकर ने बताया कि Corona संक्रमण को देखते हुए शिक्षा विभाग की ओर से सहूलियत दी गई थी, उसको देखकर लग रहा था कि इस बार आवेदनों की संख्या अधिक होगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. RTE के तहत गरीबी रेखा से नीचे आने वाले परिवारों के बच्चे अच्छे निजी और सरकारी स्कूलों में पढ़ने के लिए मान्य होते हैं. इसके साथ ही स्कूल में लगने वाले सभी तरह के खर्चोें की जिम्मेदारी सरकार की होती है. इसका भुगतान स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से किया जाता है, लेकिन इस बार उम्मीद से कम फॉर्म आए हैं.
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8000 सीटों के लिए 10 हजार आवेदन
बता दें कि छत्तीसगढ़ सरकार गरीब बच्चों को पढ़ाने अच्छी शिक्षा देने के लिए RTE के तहत बच्चों को एडमीशन के लिए आवेदन मांगा था, लेकिन जिला शिक्षा अधिकारी जीआर चंद्राकर के मुताबिक उम्मीद से कम आवेदन आए हैं. अधिकारी का कहना है कि 8000 सीटों के लिए मात्र 10 हजार आवेदन आए हैं, जो दूसरे वर्षों के अपेक्षा बहुत कम है.