रायपुर: टेक्नोलॉजी ने पूरी दुनिया को जोड़ने का काम किया है. चाहे वो मोबाइल फोन हो या फिर टीवी. एक बटन दबाते ही हम घर बैठे पूरी दुनिया की खोज खबर ले सकते हैं. टेक्नोलॉजी ने आज जो कर दिखाया है, कुछ सालों पहले तक इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती थी. विश्व दूरसंचार दिवस (world telecommunication day) मनाने की परंपरा 17 मई, 1865 में शुरू हुई थी, लेकिन आधुनिक समय में इसकी शुरुआत 1969 में हुई.
पहले लोग रिसीवर फोन का इस्तेमाल किया करते थे. इससे केवल बातचीत ही की जा सकती थी. रिसीवर फोन के शुरुआती दौर में तो एक गांव में एक ही फोन हुआ करता था, जिसका इस्तेमाल पूरा गांव करता था. फोन के बहाने लोग एक दूसरे के साथ बैठा करते थे. वहीं आज का दौर है, जहां बच्चे-बच्चे के पास मोबाइल फोन है और वह उसका इस्तेमाल इंटरनेट के साथ-साथ काफी चीजों के लिए करते हैं. लेकिन मोबाइल के ज्यादा इस्तेमाल से बच्चों और बड़ों की सेहत पर काफी प्रभाव पड़ता है.
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रिसीवर फोन ने लोगों को जोड़कर रखा
जानकारों की मानें, तो आज से लगभग 25 साल पहले रिसीवर फोन का जमाना था. जब गांव देहात में एक फोन हुआ करता था और पूरा गांव एक ही फोन से बात किया करता था. उस समय पूरे गांव में एक ही फोन का इस्तेमाल करता था. ये समय था जब रिसीवर फोन कम होने के कारण लोग एक दूसरे के साथ ज्यादा वक्त बिताते थे. आज के इस दौर में मोबाइल फोन के कारण लोग एक दूसरे से जुड़ तो गए हैं, लेकिन पास होकर भी वह एक दूसरे से बात नहीं करते और फोन पर ही लगे रहते हैं. जिससे लोगों के बीच आपसी दूरियां बढ़ गई हैं.