रायपुर: छत्तीसगढ़ में लघु वनोपजों के समर्थन मूल्य पर खरीदी का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. चालू सीजन के दौरान अब तक 73 करोड़ 53 लाख रुपए की राशि से 2 लाख 84 हजार 182 क्विंटल लघु वनोपजों का संग्रहण किया गया है. अब तक संग्रहित लघु वनोपजों में से सबसे ज्यादा संग्रहण साल बीज का हुआ है. इसका निर्धारित लक्ष्य 2 लाख क्विंटल का तीन चौथाई से अधिक मतलब एक लाख 60 हजार 290 क्विंटल साल बीज का संग्रहण हो चुका है.
महिलाएं बीज का वजन तौलते हुए आजीविका के लिए लघु वनोपज के संग्रह पर निर्भर वनवासी परिवारों को इससे लगातार काम मिल रहा है. राज्य सरकार ने वनवासी परिवारों के हित में 7 वनोपजों के बजाए अब 31 वनोपजों की समर्थन मूल्य पर खरीदी का निर्णय लिया है. जिससे इन परिवारों की आमदनी भी बढ़ेगी. वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने लघु वनोपजों के संग्राहकों को राशि के भुगतान में देरी न हो, इसका विशेष ध्यान रखने के लिए सख्त निर्देश दिए हैं.
साल बीज का न्यूनतम समर्थन मूल्य 20 रूपए प्रति किलोग्राम निर्धारित
प्रधान मुख्य वन संरक्षक राकेश चतुर्वेदी ने बताया कि राज्य में जून महीने के पहले सप्ताह से शुरू हुए साल बीज के संग्रहण ने विशेष जोर पकड़ा है. अबतक संग्रहित सभी लघु वनोपजों में से साल बीज का संग्रहण पहले नंबर पर है. प्रधान मुख्य वन संरक्षक और प्रबंध संचालक छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ के सदस्य संजय शुक्ला ने बताया कि राज्य में चालू सीजन के दौरान अबतक 73 करोड़ 53 लाख रुपए की राशि के 2 लाख 84 हजार 182 क्विंटल लघु वनोपजों का संग्रहण किया गया है. जिनमें से सबसे ज्यादा 32 करोड़ 6 लाख रुपए राशि के एक लाख 60 हजार 290 क्विंटल साल बीज का संग्रहण हुआ है. साल बीज का न्यूनतम समर्थन मूल्य 20 रुपए प्रति किलोग्राम निर्धारित है.
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अलग-अलग क्षेत्र से हुआ बीज का संग्रहण
छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज सहकारी संघ के मुताबिक अब तक वन मंडलवार
- केशकाल में 9 करोड़ 43 लाख रुपए की राशि के 47 हजार 140 क्विंटल
- दक्षिण कोंडागांव में 6 करोड़ 93 लाख रुपए के 34 हजार 639 क्विंटल
- जगदलपुर में 5 करोड़ 57 लाख रुपए के 27 हजार 838 क्विंटल साल बीज का संग्रहण हो चुका है.
- गरियाबंद में 2 करोड़ 83 लाख रुपए कीमत का 14 हजार 160 क्विंटल
- धमतरी में 2 करोड़ 26 लाख रुपए का 11 हजार 298 क्विंटल
- जशपुर में एक करोड़ 50 लाख रुपए के 7 हजार 537 क्विंटल
- नारायणपुर में 80 लाख रुपए के 3 हजार 979 क्विंटल साल बीज का संग्रहण हो चुका है.
- धर्मजयगढ़ में 58 लाख रुपए के 2 हजार 923 क्विंटल
- कांकेर में 39 लाख रुपए के एक हजार 938 क्विंटल
- कवर्धा में 32 लाख रुपए के एक हजार 619 क्विंटल
- सुकमा में 23 लाख रुपए के एक हजार 169 क्विंटल
- खैरागढ़ में 20 लाख रुपए के एक हजार क्विंटल साल बीज का संग्रहण हो चुका है.
- बलौदाबाजार में 12 लाख रुपए के 596 क्विंटल
- रायगढ़ में 20 लाख रुपए के 987 क्विंटल
- मरवाही में 11 लाख रुपए के 546 क्विंटल
- पूर्व भानुप्रतापपुर में 10 लाख रुपए के 473 क्विंटल
- पश्चिम भानुप्रतापपुर में 9 लाख रुपए के 464 क्विंटल
- कोरबा में 9 लाख रुपए के 433 क्विंटल
- सरगुजा में 7 लाख रुपए के 368 क्विंटल
- कटघोरा में 11 लाख रुपए के 527 क्विंटल
- बिलासपुर में 10 लाख रुपए के 519 क्विंटल
- महासमुंद में 2 लाख रुपए के 84 क्विंटल
- दंतेवाड़ा में 50 हजार रुपए के 25 क्विंटल
- सूरजपुर में 14 हजार रुपए के 7 क्विंटल
- कोरिया में 34 हजार रुपए की राशि के 17 क्विंटल साल बीज का संग्रहण हो चुका है.