रायपुर: वैसे तो मानसून के आते ही सब्जियों के दाम आसमान छूने लगते हैं, लेकिन इस साल सब्जियों की कीमतों पर मानसून के साथ-साथ लॉकडाउन का भी असर साफ देखने को मिल रहा है. देश में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के साथ ही सभी राज्यों के बॉर्डर सील हो गए. संक्रमण के डर से अन्य राज्यों से आने वाली सब्जियों की आवक भी कम हो गई है. रायपुर के सबसे बड़े सब्जी बाजार का ऐसा नजारा शायद ही आपने कभी देखा होगा. दुकानें तो खुली हैं, सब्जियां भी पसरी हुई हैं बस ग्राहक कुछ ही नजर आ रहे हैं. शास्त्री मार्केट में जहां एक ओर पैर रखने की जगह नहीं होती थी, वहीं अब सन्नाटा पसरा हुआ है. सब्जियों की आवक कम होने से दाम भी बढ़े हुए हैं. पहले तो सिर्फ टमाटर के रेट ने लोगों की जेब हल्की की थी, अब मिर्च भी तीखी हो गई है.
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राजधानी रायपुर का सबसे बड़ा सब्जी बाजार है शास्त्री बाजार. यहां दूर-दूर से व्यापारी अपनी बिक्री के लिए पहुंचते हैं. लॉकडाउन के बाद मंडी तो पहले की तरह खुल गई, लेकिन कोरोना संक्रमण के डर से लोग सब्जी बाजार आकर लेने की बजाय फेरी वालों से ही लेने लगे हैं. इसकी वजह से बाजार की रौनक गायब हो गई है. बाजार की आधे से ज्यादा दुकानें खाली ही रहती हैं, बची हुई दुकानों में एक से दो ग्राहक ही पहुंचते हैं. बाजार में ज्यादातर थोक दुकानें ही खुली हुई हैं. वहां भी सब्जी महंगी होने की वजह से सन्नाटा पसरा होता है. टमाटर जहां 50 रुपए प्रति किलोग्राम हो जाने से लोग उससे दूरी बना रहे हैं तो सभी के खाने में जायका लगाने वाली मिर्च भी महंगी हो गई है. पहले जहां 10 से 15 रुपए में पाव भर मिर्च मिल जाया करती थी, अब इसके दाम भी 30 से 35 रुपए हो गए हैं.
क्या कहते हैं व्यापारी