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छत्तीसगढ़ विधानसभा का विशेष सत्र समाप्त - special session on chhattisgarh assembly

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Published : Oct 3, 2019, 12:18 PM IST

Updated : Oct 3, 2019, 4:56 PM IST

12:24 October 03

रविंद्र चौबे ने दिया रमन का जवाब

मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि व्यसन की राजनीति हम नहीं करते. हमारी सरकार गुजरात और बिहार जैसे शराबबंदी नहीं करेगी. उन राज्यो में शराब की तस्करी शुरू हो गई. छत्तीसगढ़ में शराबबंदी होगी लेकिन सोच समझ कर, इसके लिए दो कमेटी बनाई गई ह.  उसकी रिपोर्ट आने के बाद प्रदेश में शराबबंदी लागू होगी.

12:23 October 03

रमन ने की शराबबंदी की मांग

रमन ने शराबबंदी पर कहा कि गांधी जयंती पर शराब को प्रदेश में बंद करने की सोच होनी चाहिए थी. कांग्रेस के घोषणा पत्र में शराबबंदी का स्पष्ट उल्लेख था, लेकिन सत्ता में आते ही कांग्रेस इसे भूल गई. आज भी समय है, सदन में ही सरकार शराबबंदी की घोषणा कर दे, तो ये गांधी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी.

12:10 October 03

विधानसभा विशेष सत्र का दूसरा दिन

वीडियो.

रायपुरः छत्तीसगढ़ विधानसभा के विशेष सत्र का आज दूसरा और आखरी दिन है. सत्र के दूसरे दिन आज सदन में दिल्ली विश्वविद्यालय के प्राध्यापक महात्मा गांधी की विचारधारा को लेकर अपना व्याख्यान पेश करेंगे. वहीं पद्मश्री तीजनबाई भी इस दौरान अपना कार्यक्रम पेश करेंगी. साथ ही विधानसभा के सभी सदस्य गांधी जी पर अपना अपना व्याख्यान देंगे.


संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने सदन में सबसे पहले गांधी पर चर्चा शुरू की. अमरजीत के बाद रमन सिंह ने सदन में कहा कि महात्मा गांधी को महात्मा की उपाधि कवि गुरु रविंद् नाथ टैगोर ने दी. गांधी सन्त थे, जिन्होंने बैरिस्टर से महात्मा तक की यात्रा की. यही कारण है कि पूरा विश्व गांधी को बापू के नाम से जानता है. रमन ने गांधी के दक्षिण अफ्रीका के दौरे की चर्चा करते हुए कहा कि दक्षिण अफ्रीका में भारतीयों को कुली कहा जाता था, वहीं गांधी को कुली बैरिस्टर के नाम से पुकारा गया. अफ्रीका में सफर में गांधी ने काफी अपमान सहा. ट्रैन के पहले दर्जे से उन्हें फेंक दिया गया. अफ्रीका से ही उन्होंने 1906 में सत्यग्रह की शुरुआत की.


रमन ने कहा गांधी जी ने दक्षिण अफ्रीका में 21 साल संघर्ष करते हुए बिताया. 1915 में गांधी हिंदुस्तान आये 1920 और 1933 में छत्तीसगढ आये थे. इस दौर में छत्तीसगढ में स्वतंत्रता सेनानियों ने भी अहम भूमिका गांधी के साथ निभाई थी. 21 दिसम्बर 1920 में गांधी धमतरी के गंगरेल पर खिलाफत आंदोलन की शुरुआत की थी.

Last Updated : Oct 3, 2019, 4:56 PM IST

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