प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी का निधन हो गया है. जोगी ने 74 साल की उम्र में अंतिम सांस ली. उनके बेटे अमित जोगी 9 मई से लगातार अस्पताल में थे. निधन के बाद से पूरा परिवार दुखी है. वहीं राजनीतिक जगत में भी शोक का माहौल है. आज दोपहर 3.30 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली.
अजीत जोगी काफी दिनों से बीमार चल रहे थे. अजीत जोगी को 9 मई को कार्डियक अरेस्ट के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अस्पताल में अजीत जोगी से मिलने राजनीतिक जगत के दिग्गज नेता उनका हालचाल जानने के लिए आए थे. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी कई बार अस्पताल आकर उनका हालचाल जाना था.
बताया जाता है कि 9 मई को सुबह नाश्ता करते हुए अजीत जोगी को अचानक सीने में दर्द महसूस हुआ और सांस लेने में दिक्कत होने लगी. इसके बाद उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. हालत गंभीर होने के चलते उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था. पिता की तबीयत खराब होने की सूचना मिलते ही बेटे अमित जोगी भी राजधानी पहुंच गए थे. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी अजीत जोगी के निधन पर दुख जताते हुए इसे अपूरणीय क्षति बताया है.
अजीत जोगी के निधन पर पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने भी दुख जताया है. डॉ. रमन सिंह ने अपने ट्वीट में लिखा कि आज प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी जी के देहांत से हृदय को गहरा दुख पहुंचा है. उनका निधन प्रदेश के लिए अपूरणीय क्षति है.
गौरतलब है कि 1 नवंबर 2000 को छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के बाद अजीत जोगी प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री बने थे. वे 2000 से 2003 तक प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे.