Somvati Amavasya 2023 12 नवंबर को दीपावली के दिन दोपहर के समय अमावस्या तिथि लग रही है. 13 नवंबर दिन सोमवार को दोपहर तक अमावस्या तिथि रहेगी. सोमवार अमावस्या तिथि होने के कारण इस अमावस्या को सोमवती अमावस्या के रूप में जाना जाता है. दीपावली के लिए सोमवती अमावस्या का लगना बहुत शुभ फलदाई माना गया है.
रायपुर : अमावस्या तिथि हर महीने की कृष्ण पक्ष के 15 वें दिन मनाई जाती है. इसे कृष्ण पक्ष अमावस्या के नाम से जाना जाता है. हर महीने पड़ने वाले अमावस्या की अलग-अलग पूजन और पद्धति होती है. साल 2023 में कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को दीपावली लक्ष्मी पूजन के नाम से जाना जाता है.
कब मनाया जाएगी सोमवती अमावस्या ? :साल 2023 में सोमवती अमावस्या का पर्व 13 नवंबर को मनाया जाएगा. इस दीपावली पर सोमवती अमावस्या का संयोग बन रहा है. लक्ष्मी पूजन में सोमवती अमावस्या का संयोग होना बहुत शुभ फलदाई माना गया है. महामाया मंदिर के पुजारी पंडित मनोज शुक्ला ने बताया कि इस बार कार्तिक कृष्ण पक्ष अमावस्या तिथि 12 नवंबर को दोपहर 2:44 से शुरू होकर शाम को प्रदोष काल के समय और निशिथ काल के समय पूरी अमावस्या रहेगी.
'' इस बार दीपावली का पर्व 12 नवंबर को ही मनाई जाएगी. अगले दिन 13 नवंबर को दोपहर 2:56 तक अमावस्या तिथि रहेगी. दीपावली के दूसरे दिन सोमवार को सोमवती अमावस्या का व्रत रखा जाएगा. सोमवती अमावस्या पड़ने के कारण इस बार दीपावली और गोवर्धन पूजा में एक दिन का अंतराल आ गया है."- पंडित मनोज शुक्ला, पुजारी महामाया मंदिर
क्यों की जाती है सोमवती अमावस्या ? :सोमवती अमावस्या का व्रत रखने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है. सभी संकट दूर हो जाते हैं. इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा अर्चना करनी चाहिए. दीपावली के दिन सोमवती का संयोग है. ऐसे में लक्ष्मी गणेश और कुबेर पूजन करें.साथ ही भगवान शिव की भी पूजा करना मंगलकारी है. सोमवती अमावस्या के दिन पितरों का ध्यान करें.इसके बाद पीपल पेड़ की पूजा करनी चाहिए. भोजन में नमक का इस्तेमाल ना करें.