Smriti Irani Targets Bhupesh Baghel केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का भूपेश बघेल पर आरोप, सत्ता में रहकर सीएम ने खेला सट्टा का खेल - mahadev satta app money for election campaign
Smriti Irani Targets Bhupesh Baghel महादेव सट्टा एप के प्रमोटर्स से 508 करोड़ की रिश्वत लेने के आरोपों पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने सीएम भूपेश बघेल को घेरा हैं. Chhattisgarh Election 2023
दिल्ली\रायुपर:महादेव सट्टा एप के प्रमोटर्स से छत्तीसगढ़ सीएम के 508 करोड़ की रिश्वत लेने के ईडी के आरोपी पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भूपेश बघेल को घेरा हैं. ईरानी ने कहा कि सीएम भूपेश बघेल ने सत्ता में रहकर सट्टा का खेल खेला. जिसका खुलासा शुक्रवार को हुआ.
स्मृति ईरानी का भूपेश बघेल से सवाल: केंद्रीय मंत्री ने कहा कि असीम दास नामक व्यक्ति से 5 करोड़ 30 लाख से ज्यादा पैसा बरामद हुआ हैं. मंत्री ने भूपेश बघेल से सवाल किया कि कांग्रेस के नेताओं को छत्तीसगढ़ में शुभम सोनी के माध्यम से असीम दास पैसे पहुंचाते थे. क्या ये सही है कि शुभम सोनी के माध्यम से वाइस मैसेज के माध्यम से असीम दास को ये आदेश दिया गया कि वो रायपुर जाए और बघेल को चुनाव के खर्चे के लिए पैसे दे. क्या ये सही है कि 2 नवंबर को होटल ट्राइटेन में असीम दास से सर्च में पैसा बरामद हुआ. क्या ये सच है कि अलग अलग बैंक अकाउंट से 15 करोड़ 50 लाख मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत फ्रीज किया गया.
महादेव एप से रिश्वत लेकर चुनाव में किया खर्च:स्मृति ईरानी ने कहा कि असीम दास ने अपने बयान में ये कबूल किया है कि वो आदेशानुसार दुबई से रायपुर आया और कांग्रेस के चुनाव के खर्चे के लिए पैसे दिए जाए. असीम दास ने ये कबूल किया कि ये पैसा महादेव एप में लगाया अवैध पैसा है. दास ने ये भी कबूल किया कि ये पैसा महादेव ऑनलाइन बुक के टॉप लेवल मैनजेमेंट में शामिल है. .ये तथ्य चौंकाने वाला है कि जिस शुभम सोनी के बारे में असीम दास ने बयान दिया है उस शुभम सोनी का वॉइस मैसेज भी जांच ऐजेंसी के पास है. शुभम सोनी ने अपने लिखित बयान में कहा है कि महादेव एप के प्रमोटर ने छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल को 508 करोड़ रुपये रिश्वत दी हैं.
ईरानी ने आगे कहा कि इस मामले में एक और खुलासा हुआ कि महादेव बुक के प्रमोटर प्रशासन और कांग्रेस के नेताओं से संरक्षण चाहते थे वो चंद्रभूषण वर्मा नामक अधिकारी से भी प्रोटेक्शन मनी भेजते थे. चंद्रभूषण वर्मा ने अब तक 62 करोड़ रुपये घूस के जरिए, महादेव ऑनलाइन का पैसा छत्तीसगढ़ सरकार को भेजा हैं. जांच एजेंसियों ने अब तक साढ़े 4 सौ करोड़ के बारे में तथ्य बरामद किया है.