रायपुर:कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण से मजदूर अपने घर लौटे रहे हैं. वहीं कुछ मजदूर दूसरे राज्यों से भी अपने घर वापस लौटे हैं. जिसके बाद नगरीय प्रशासन एवं श्रम मंत्री डाॅ. शिवकुमार डहरिया ने राज्य के मजदूरों को तोहफा दिया है. उन्होंने कहा कि प्रवासी श्रमिक और प्रदेश के अन्य श्रमिकों के स्किल मैपिंग कर, उन्हें उनके हुनर के अनुरूप रोजगार दिलाने की दिशा में विशेष पहल की जाएगी.
डहरिया ने कहा कि श्रम विभाग के अंतर्गत श्रमिक कार्ड के लिए 90 दिन का काम करने की अनिवार्यता खत्म कर दी गई है. जिससे अधिक से अधिक श्रमिकों का पंजीयन कर श्रमिकों को शासन की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं फायदा मिल सके. मंत्री डहरिया ने सरगुजा और कोरिया जिले में शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन की प्रगति की समीक्षा के दौरान यह बात कही है.
पढ़ें- रायपुर: राजकुमार कॉलेज के अकाउंट से 49 लाख रुपए निकालने की कोशिश, केस दर्ज
कोरोना रिपोर्ट नहीं आने तक मजदूर क्वारेंटाइन सेंटर्स में रहें
डाॅ. डहरिया ने बैठक में क्वॉरेंटाइन सेंटर्स में रह रहे प्रवासी श्रमिकों के लिए राज्य सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन के अनुरूप व्यवस्था करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रहे प्रवासी श्रमिकों की कोरोना टेस्ट के बाद जब, तक जांच रिपोर्ट नहीं आ जाती तब तक उन्हें क्वॉरेंटाइन सेंटर में ही रखा जाए. ताकि बाहर जाने पर किसी अन्य व्यक्ति में फैलने वाले संक्रमण से बचा जा सके. साथ ही ऐसे प्रवासी श्रमिक जिनका पंजीयन कार्ड नहीं बना है, उन्हें भी मनरेगा के तहत जाॅब कार्ड बनाकर काम दिया जाए. उन्होंने जिलों के आश्रम, छात्रावासों और स्कूलों में शिक्षा सत्र शुरू होने से पहले सैनिटाइज करने सहित व्यवस्था दुरूस्थ करने के निर्देश दिए.
राजीव गांधी किसान न्याय योजना की ली जानकारी