रायपुर/ हैदराबाद :मानव शरीर अनगिनत कोशिकाओं यानी सैल्स से बना हुआ है. इन कोशिकाओं में लगातार विभाजन होता रहता है. यह एक सामान्य प्रक्रिया है . इस पर शरीर का पूरा नियंत्रण होता है. कभी कभी जब शरीर के किसी विशेष अंग की कोशिकाओं पर शरीर का नियंत्रण बिगड़ जाता है तो कोशिकाएं बेहिसाब तरीके से बढ़ने लगती हैं, उसे कैंसर कहा जाता है.
विश्व कैंसर दिवस का इतिहास :प्रथम विश्व कैंसर दिवस 1993 में जिनेवा, स्विट्जरलैंड में यूनियन फॉर इंटरनेशनल कैंसर कंट्रोल (यूआईसीसी) के निर्देशन में मनाया गया था. यह कुछ प्रसिद्ध कैंसर संस्थाओं, अनुसंधान संस्थानों, उपचार केंद्रों और रोगी समूहों के समर्थन की मदद से हुआ. उस समय की रिपोर्ट के मुताबिक, लगभग 12.7 मिलियन लोग कैंसर से पीड़ित थे. लगभग 7 मिलियन लोग हर साल कैंसर के कारण अपनी जान गंवा रहे थे. इस घातक बीमारी को नियंत्रित करने के लिए विश्व कैंसर दिवस मनाया गया. विश्व कैंसर दिवस कार्यक्रम को हर साल एक विशेष थीम के साथ मनाया जाता है.
क्यों मनाया जाता है कैंसर दिवस :हर साल 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है. यूआईसीसी का उद्देश्य 2008 में लिखे गए विश्व कैंसर घोषणा का समर्थन करना है. इस दिवस को मनाने का प्राथमिक उद्देश्य कैंसर रोगियों की संख्या को कम करना और इसके कारण होने वाली मृत्यु दर को कम करना है. कैंसर से ग्रस्त लोगों को एक सामान्य व्यक्ति की तरह जीने का पूरा अधिकार है. उन्हें आत्मसम्मान महसूस करना चाहिए. अपने घर और समाज में एक सामान्य वातावरण प्राप्त करना चाहिए. इस तरह के मिथक को खत्म करने के लिए ये दिन मनाया जाता है. इसके होने के कारण, लक्षण और उपचार जैसे कैंसर की सभी वास्तविकता के बारे में सामान्य जागरुकता बनाने के लिए इसे मनाया जाता है.