रायपुर: भाजपा सरकार के समय 23 अगस्त 2018 को सब इंस्पेक्टर भर्ती प्रक्रिया के लिए विज्ञापन निकाला गया था, लेकिन इस भर्ती प्रक्रिया को अब तक शुरू नहीं किया गया है. जिसको लेकर अभ्यर्थियों में नाराजगी और आक्रोश भी देखने को मिल रहा है. (SI recruitment exam candidates protest) सरकार और विभाग को भर्ती प्रक्रिया के लिए विज्ञापन जारी किए हुए 4 साल पूरे हो गए हैं. प्रदेश भर के अभ्यर्थियों का कहना है कि प्रदेश सरकार 4 साल में तीन उपचुनाव करा सकती है, तो प्रदेश में सब इंस्पेक्टर भर्ती प्रक्रिया आयोजित क्यों नहीं करवा पा रही है. आखिर ऐसी क्या वजह है, जिसके कारण सरकार इस परीक्षा को आयोजित नहीं कर रही. Raipur latest news
अगस्त 2018 में निकाला था विज्ञापन: पुलिस विभाग में अगस्त 2018 में निकाली गई विज्ञापन में 655 पदों पर सूबेदार, सब इंस्पेक्टर और प्लाटून कमांडर की भर्ती होनी थी. लेकिन भर्ती प्रक्रिया अब तक शुरू नहीं हो पाई है और ना ही किसी तरह का कोई नोटिफिकेशन जारी किया गया है. इस भर्ती प्रक्रिया के लिए 1 लाख 27 हजार 402 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था. (candidates protest against Bhupesh government) लेकिन वर्तमान सरकार के रूख से नाराज अभ्यर्थियों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
एसआई भर्ती परीक्षा का मामला गरमाया, अभ्यर्थियों ने सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा - पुलिस विभाग में सब इंस्पेक्टर भर्ती प्रक्रिया
पुलिस विभाग में सब इंस्पेक्टर भर्ती प्रक्रिया जल्द शुरू करने की मांग को लेकर अभ्यर्थियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. (SI recruitment exam candidates protest) गुरुवार को सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थियों ने सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की. पूरे प्रदेश में लगभग 70 हजार सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थी हैं, जो सिर्फ सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा की राह देख रहे हैं. लेकिन प्रदेश सरकार के 4 साल पूरे होने के बाद भी सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा आयोजित नहीं हो पाई है. जिसको लेकर अभ्यर्थी अब बड़े आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं. Raipur latest news
अभ्यर्थियों का भविष्य अधर में लटका: कई अभ्यर्थी निजी क्षेत्र की नौकरी छोड़कर पुलिस विभाग में भर्ती की तैयारी शुरू किए थे. पर भर्ती शुरू नहीं होने से अब उनका भविष्य अधर में लटका हुआ है और पुरानी नौकरी भी नहीं मिल रही है. गरीब और कमजोर अभ्यर्थियों के लिए रोजी रोटी का संकट आ खड़ा हुआ है. कई अभ्यर्थियों के उम्र की समय सीमा भी खत्म होते जा रही है. ऐसे में इन अभ्यर्थियों का जीवन अब अंधकारमय नजर आने लगा है.
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"अभ्यर्थियों का टूटा रहा धैर्य": सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा की अभ्यर्थी शोभा चंद्राकर का कहना है कि "पिछले 4 सालों से सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा अधर में लटकी हुई है. आरक्षण के मुद्दे की वजह से प्रदेश में तमाम तरह की भर्ती और प्रवेश परीक्षा भी लटकी हुई है. कई ऐसे अभ्यर्थी है, जिनकी समय सीमा भी निकल चुकी है. ऐसे में अभ्यर्थी कहां और किसके पास जाएं. अब धीरे-धीरे अभ्यर्थियों का धैर्य भी टूटता हुआ नजर आ रहा है."
अभ्यर्थी जानना चाहते हैं कांग्रेस सरकार का रूख: सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थी प्रशांत कुमार का कहना है कि "कांग्रेस सरकार ने अपने कार्यकाल के 4 साल पूरे कर लिए हैं. ऐसे में बचे हुए 1 साल में कांग्रेस की सरकार इस भर्ती प्रक्रिया को लेकर क्या और किस तरह की कदम उठाएगी यह भी अभ्यर्थियों के समझ से परे है. आखिर अभ्यर्थी जानना चाहते हैं कि सरकार इस भर्ती परीक्षा को लेकर क्या चाहती है."
"सरकार तीन उपचुनाव करा सकती है, लेकिन एसआई भर्ती परीक्षा नहीं": सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा की अभ्यर्थी वर्षा गुप्ता ने बताया कि "इन 4 सालों में भर्ती परीक्षा को लेकर 18 से 21 वर्ष के बीच जिन लड़कियों ने तैयारियां शुरू की थी, आज उनकी उम्र भी बढ़ गई है. महिला अभ्यर्थी जिनकी उम्र बढ़ गई है, उनके परिजन उन्हें शादी करने के लिए दबाव डाल रहे हैं. कांग्रेस सरकार ने 4 सालों के दौरान ना ही इस भर्ती प्रक्रिया को लेकर कोई जानकारी अभ्यर्थियों को दी और ना ही देना चाहती है. यह भर्ती परीक्षा आज भी अधर में लटकी हुई है. पिछले 4 सालों में कांग्रेस की सरकार तीन उपचुनाव करा सकती है, लेकिन एक एसआई भर्ती परीक्षा आयोजित करने में असफल नजर आ रही है."