रायपुर:छत्तीसगढ़ में कांग्रेस और बीजेपी नेता घोषणापत्र जारी कर रहे हैं. इस बीच रायपुर में कांग्रेस का घोषणापत्र जारी करने छत्तीसगढ़ के नगरीय प्रशासन मंत्री शिवकुमार डहरिया पहुंचे. यहां उन्होंने कहा कि कांग्रेस के घोषणाओं को जनता स्वीकार करेगी, बीजेपी के घोषणा को जनता स्वीकार नहीं करेगी. घोषणापत्र जारी होने के बाद ईटीवी भारत ने शिवकुमार डहरिया से बातचीत की. बातचीत के दौरान शराबबंदी पर उन्होंने अजीब रिएक्शन दिया है.
रायपुर में घोषणापत्र जारी करने पहुंचे शिवकुमार डहरिया, शराबबंदी के सवाल पर दिया ये रिएक्शन - घोषणापत्र
Shivkumar Dahria Reaction On Prohibition: छत्तीसगढ़ में शराबबंदी को लेकर 2018 में किया कांग्रेस का वादा अब कांग्रेस के लिए गले की फांस बन गई है. इस बार कांग्रेस के घोषणापत्र में दूर-दूर तक शराबबंदी की चर्चा भी नहीं है. वहीं, कांग्रेस नेता अब शराबबंदी के मुद्दे से भागते नजर आ रहे हैं.
By ETV Bharat Chhattisgarh Team
Published : Nov 5, 2023, 9:13 PM IST
जनता को कांग्रेस की गारंटी पसंद: मंत्री शिवकुमार डहरिया ने कहा कि, "कांग्रेस की सरकार बनने पर किसानों का कर्ज माफ किया जाएगा. ₹3200 प्रति क्विंटल धान की खरीदी की जाएगी. इसमें से 2180 रुपए एमएसपी की राशि होगी. उसके बाद जो राशि बचेगी, वह चार किस्तों में दिया जाएगा. ₹3200 किसानों को मिलेगा. जो कि पूरे देश में सबसे ज्यादा है. बीजेपी ने ₹3100 प्रति क्विंटल धान खरीदने का वादा किया, उसमें कांग्रेस ने ₹100 बढ़ा दिए. इस सवाल के जवाब शिव कुमार डहरिया ने कहा कि, "भाजपा सिर्फ घोषणा करती है, काम नहीं करती. हम जो घोषणा करते हैं, उस पर काम करते हैं. बीजेपी ने कहा था कि ₹2100 समर्थन मूल्य देंगे. लेकिन नहीं दिया. ₹300 बोनस देने की बात कही थी, वह नहीं दिया. भारतीय जनता पार्टी की गारंटी कोई जनता स्वीकार नहीं करती है. कांग्रेस ने जो कहा, वह करती है. ये बात जनता को पता है."
शराबबंदी पर कांग्रेस नेता का रिएक्शन: वहीं, शराबबंदी और नियमितिकरण को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि, "इस पर आगे काम किया जाएगा." इस दौरान उनका रिएक्शन अजीब था. मानो वो मुद्दे से पल्ला झाड़ रहे हो. वहीं, रविवार को कुमारी शैलजा भी शराबबंदी के मुद्दे से भागती नजर आईं. इसके अलावा अगर कांग्रेस के नए घोषणापत्र पर अगर हम गौर करें तो दूर-दूर तक शराबबंदी से जुड़ी कोई घोषणा है ही नहीं. यानी कि कांग्रेस ने इस बार के घोषणापत्र में लुभावने वादे किए हैं. ऐसे में देखना होगा कि जनता कांग्रेस के घोषणापत्र पर मुहर लगाते हुए जीताती है या फिर बीजेपी बाजी मारेगी.