रायपुर:जेसीसी (जे) के सुप्रीमो और छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी के बारे में भ्रामक खबर फैलाने वाले व्यक्तियों के खिलाफ युवा जनता कांग्रेस ने सिविल लाइन थाना पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई है.
अजीत जोगी के बारे में फैलाई जा रहा भ्रामक खबर जनता कांग्रेस के कार्यकर्ता हरप्रीत रंधावा ने बताया कि 'इस वक्त अजीत जोगी गंभीर हालत में रायपुर के निजी अस्पताल में भर्ती हैं, जहां उनका इलाज जारी है. वहीं कुछ लोग अजीत जोगी के निधन की झूठी अफवाह सोशल मीडिया के माध्यम से फैला रहे हैं, जिससे जोगी समर्थकों में भारी आक्रोश है'. वहीं सिविल लाइन थाना प्रभारी सुशांतो बनर्जी ने बताया कि 'शिकायत की जांच की जा रही है, जिसके बाद कार्रवाई की जाएगी'.
9 मई को बिगड़ी थी अजीत जोगी की तबीयत
बता दें कि छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की तबीयत शनिवार यानि 9 मई को अचानक बिगड़ गई थी. तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. अजीत जोगी की हालत गंभीर बताई जा रही है. डॉक्टर ने बताया कि 'जोगी घर में गंगा इमली खा रहे थे, इस दौरान इमली का बीज उनके गले में फंस गया, जिससे उनकी सांस रुक गई. फिलहाल अभी अजीत जोगी कोमा में हैं, जिन्हें कोमा से वापस लाने की कोशिशें शुरू हो गई हैं'.
अजीत जोगी को कोमा से बाहर लाने की कोशिशें जारी
पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की चौथे दिन भी हालत नाजुक बनी रही. डॉक्टर के मुताबिक अजीत जोगी अभी भी कोमा में हैं. उन्हें मंगलवार से ऑडियो थेरेपी के माध्यम से कोमा से वापस लाने की कोशिश शुरू हो गई है. डॉक्टर्स के मुताबिक ऑडियो थेरेपी के माध्यम से जोगी की चेतना लौटाने की कोशिश की जा रही है.
डॉक्टरों ने दी जानकारी
डॉक्टर के मुताबिक मंगलवार से अजीत जोगी को ऑडियो थेरेपी के माध्यम से उनके पसंदीदा गाने सुनाए जा रहे हैं. इससे उनके मस्तिष्क की गतिविधियां बढ़ेंगी. इसके साथ ही डॉक्टर्स ने बताया कि 'दवाइयों में भी बदलाव के बाद मस्तिष्क की गतिविधियों का अध्ययन किया जा रहा है'.
पढ़ें: अजीत जोगी की हालत नाजुक, कोमा से वापस लाने की कोशिशें जारी
अस्पताल में भर्ती अजीत जोगी को देखने उनके शुभचिंतक लगातार पहुंच रहे हैं. छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और सभी राजनीतिक दलों के तमाम बड़े नेताओं ने भी मिलकर अजीत जोगी का हालचाल जाना है. अजीत जोगी को देखने विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत, आबकारी मंत्री कवासी लखमा, कृषि मंत्री रविंद्र चौबे, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के साथ ही बीजेपी विधायक और पूर्व कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल भी अस्पताल पहुंचे थे.