रायपुर :छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन विधानसभा में विधायक धनेंद्र साहू ने गरियाबंद के सूपेबेड़ा में 71 मौतों का मुद्दा उठाते हुए स्वास्थ्य मंत्री से सवाल किया कि, 'सूपेबेड़ा में कितने लोगों की मौत किडनी की बीमारी से हुई है'. इस पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने जवाब दिया कि, 'सूपेबेड़ा में किडनी की बीमारी से एक भी ग्रामीण की मौत नहीं हुई है'.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि, 'सूपेबेड़ा में किडनी की बीमारी होना अलग बात है और मौत का कारण अलग है'. उन्होंने कहा कि, 'किडनी की बीमारी से एक भी ग्रामीण की मौत नहीं हुई है जबकि ह्दय गति रुकने से मौत हुई है.
बीजेपी विधायक सौरभ सिंह ने सवाल किया की माइनिंग लीज की अनुमति दी गई है उसमें क्लिंकर प्रोडक्शन को क्या प्रदेश के बाहर भेजने की अनुमति थी.
सवाल का जवाब देते हुए उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि, 'जो GST लगा हुआ है उसमें भारत सरकार की गाइड लाइन के अनुसार उसे कहीं भी भेजा जा सकता है'. इसके बाद मंत्री टीएस सिंहदेव ने भी जवाब दिया और कहा कि, 'जीएसटी पॉइंट ऑफ प्रोडक्शन पर नहीं मिलता बल्कि पॉइंट ऑफ कंजप्शन पर लगता है जब तक उसका पूरा उपयोग राज्य में न हो इसका नुकसान नहीं हो सकता और क्लिंकर बाहर जाने से कोई नुकसान नहीं होता'.
इसके बाद सदन में क्लिंकर के मुद्दे पर विपक्ष ने हंगामा कर दिया. मंत्री कवासी लखमा की जगह दूसरे मंत्री द्वारा जवाब देने पर विपक्ष ने नाराजगी जाहिर की.