रायपुर: छत्तीसगढ़ में एक बार फिर से नए मुख्य सचिव को लेकर कवायद तेज हो गई है. छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव सुनील कुमार कुजूर को सेवा विस्तार देने से केंद्र सरकार ने मना कर दिया है. कुजूर अक्टूबर में रिटायर हो रहे हैं. राज्य सरकार ने दो महीने पहले उनकी सेवा छह माह बढ़ाने का प्रस्ताव केन्द्र सरकार को भेजा था, लेकिन केंद्र सरकार ने ऐसा करने से इंकार कर दिया है.
मुख्य सचिव की तलाश हुई तेज केंद्र सरकार के मना करने के बाद छत्तीसगढ़ सरकार ने मुख्य सचिव पद के लिए योग्य अफसर की तलाश शुरू कर दी है. ऐसे में यह बात जरूरी है कि कौन से अधिकारी सीएम भूपेश बघेल की पसंद होंगे.
'दंतेवाड़ा उपचुनाव के बाद फैसला'
मुख्य सचिव के पद के लिए राज्य में पूर्व मुख्य सचिव अजय सिंह के साथ दो एसीएस रैंक के अफसर सीके खेतान और आरपी मंडल के नाम की चर्चा है. दंतेवाड़ा उपचुनाव में मतदान के बाद इस पर फैसला होने की उम्मीद है. मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार केंद्र सरकार की राय है कि सीएस स्तर पर सेवा विस्तार देने से गलत परंपरा शुरू हो जाएगी.
इन नामों पर चर्चा
राज्य कैडर में कुजूर से वरिष्ठ 3 अफसर हैं. पूर्व मुख्य सचिव अजय सिंह, जो अभी राजस्व मंडल के अध्यक्ष हैं, उनके साथ एनएमडीसी के अध्यक्ष एन बैजेन्द्र कुमार और आलोक शुक्ला का नाम भी शामिल हैं. अजय सिंह को इसी सरकार ने जनवरी में सीएस की कुर्सी से हटाया है, वे अगले साल फरवरी में सेवानिवृत्त होंगे. सरकार ने सिंह के कृषि विभाग में रहते हुए कथित बीमा घोटाले की जांच के संकेत दे दिए थे. ऐसे में उनकी वापसी मुश्किल लग रही है. बैजेन्द्र कुमार लौटना नहीं चाहते, तीसरे आलोक शुक्ला नान घोटाले में फंसे हैं. इस वजह से अभी भी वे प्रमुख सचिव रैंक पर हैं.
चीफ सेक्रेटरी का चयन मुख्यमंत्री का विशेषधिकार
पूर्व अधिकारियों की मानें, तो चीफ सेक्रेटरी का चयन मुख्यमंत्री का विशेषधिकार भी होता है. उनकी पसंद और उनसे तालमेल बैठाकर चलने वाले अधिकारी को ही इसकी कमान मिलेगी. पिछली सरकारों में अफसरशाही हावी होने को लेकर कांग्रेस ने खुद मुद्दा बनाया था. अब खुद सत्ता में आने के बाद अधिकारी चयन को लेकर खासा ध्यान रखा जाएगा.