रायपुर:छत्तीसगढ़ में कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. कोरोना वायरस के नॉन स्टॉप रफ्तार से प्रदेश सहम उठा है. कोरोना संक्रमण के मद्देनजर रायपुर समेत कई जिलों में टोटल लॉकडाउन लगा दिया गया है. कोरोना काल में अब हर कोई आर्थिक तंगी से जूझ रहा है. इनमें मूर्तिकार भी शामिल हैं. नवरात्रि पर्व नजदीक है, जिससे मूर्तिकार दुर्गा मां की प्रतिमा बनाने में लग गए हैं, लेकिन कोरोना काल में प्रतिमा न बिकने की चिंता सताने लगी है.
कोरोना काल में मूर्तिकारों ने ETV भारत से अपना दर्द बयां किया. मूर्तिकार रमेश प्रजापति ने बताया कि वे मूर्तियों का निर्माण कर्ज लेकर करते हैं. इस काम मे पूरा परिवार रात दिन काम करता है, तब जाकर प्रतिमा तैयारी की जाती है. मूर्तिकार ने बताया कि कोरोना काल में उन्होंने गणेश उत्सव के मद्देनजर जो तैयारी की गई थी, वह धरी की धरी रह गई. गणेश उत्सव कोरोना संक्रमण का भेंट चढ़ गया. सरकार ने गणेश उत्सव में मूर्ति बेचने के लिए कुछ दिन पहले ही इजाजत दी थी, लेकिन ज्यादातर मूर्तियां नहीं बिक पाई थी. कुछ ही मूर्तियां, बिकी जिससे उनको कुछ राहत मिली.
SPECIAL: मूर्तिकारों का छलका दर्द, विघ्न दूर करो हे विघ्नहर्ता
मूर्तिकारों की परेशानी बढ़ गई
छत्तीसगढ़ सरकार ने दुर्गा उत्सव को देखते हुए फिर से सख्त नियम बनाये गए हैं, जिससे एक बार फिर मूर्तिकारों का दर्द छलक उठा है. आज उनका पूरा घर दुर्गा जी की मूर्तियों से भरा पड़ा है. मूर्तिकारों ने बताया उनके पास मूर्ति निर्माण करने के अलावा और कोई काम नहीं है. अब कोरोना काल के कारण मूर्तियां नहीं बिक पा रही है. बाकी अन्य दिनों में दुर्गा उत्सव आने से पहले ही मूर्तियां बुक हो जाती थी, लेकिन अबतक 10 परसेंट मूर्तियां बुक नहीं हो पाई है. ऐसे में मूर्तिकारों की परेशानी बढ़ गई है.