रायपुर: छत्तीसगढ़ में गर्मी बढ़ती जा रही है. ऐसे में छोटे बच्चों की कक्षाएं सुबह लगाई जाएगी. हाई स्कूल की कक्षाएं दोपहर में संचालित होंगी. राज्य सरकार ने बच्चों की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं. डिहाइड्रेशन से बचने के लिए सभी स्कूलों में ओआरएस पाउडर रखना अनिवार्य है. स्कूल से नजदीकी अस्पताल और स्वास्थ्य केंद्र से समन्वय बनाकर रखना है ताकि तुरंत इलाज की व्यवस्था हो पाए.
स्कूलों में बुनियादी व्यवस्थाएं पुख्ता करने के निर्देश: स्कूलों में पीने के पानी की जांच और मेंटनेंस के साथ ही बिजली और पंखों की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि बच्चों को परेशानी ना हो. परिजनों से भी बच्चों को धूप से बचाने के लिए उन्हें टोपी, गमछा या सिर ढंककर स्कूल भेजने और उनके खानपान का खास ख्याल रखने की अपील की गई है.काफी लंबे अंतराल के बाद स्कूल खुलने से बच्चों के साथ परिजनों में भी उत्साह नजर आ रहा है.
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स्कूल शिक्षा विभाग के फैसले का परिजनों ने किया स्वागत: परिजन अजय वर्मा का कहना है कि ''स्कूल शिक्षा विभाग ने 100% क्षमता के साथ हाईस्कूल खोले जाने का निर्णय लिया है, इसका मैं स्वागत करता हूं. पिछले 2 सालों से कोरोना संक्रमण के कारण स्कूल बंद थे, जिसके कारण उनकी पढ़ाई पूरी तरह छूट गई. 1 अप्रैल से बच्चे स्कूल जाएंगे. गर्मी की कोई समस्या नहीं रहेगी. अगर ज्यादा गर्मी होगी तो बाद में विचार किया जाएगा. अभी बच्चों की पढ़ाई-लिखाई होना बहुत जरूरी है. ऑनलाइन पढ़ाई के दौरान बच्चे पढ़ाई करने के बदले मोबाइल में गेम खेला करते थे, इसलिए यह जरूरी है कि बच्चे स्कूल जाएं और पढ़ें.