रायपुरःराजधानी रायपुर के गोबरा नवापारा के गरीबों से भद्दा मजाक हुआ है. प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लोग आशियाने का सपना देख रहे थे जो अब चकनाचूर हो चुका है. यह सब योजना में अधिकारियों की तरफ से बरती गई लापरवाही की वजह से हुआ है. आवेदन करने के बावजूद आज तक उन्हें कोई भी सरकारी मदद नहीं मिल पाई हैं. जिससे कि यह लोग अपना मकान बना सकें, लोग अभी भी सरकारी मदद की राह देख रहे हैं. बस्ती के लोग जनप्रतिनिधियों और सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाकर थक चुके हैं.
हद तो तब हो गई जब प्रशासन ने इन्हें मकान बनवाकर देने की बजाय उनके जख्मों पर नमक छिड़कने का काम किया. और मकान निर्माण कराए बिना ही मकान बनने का बधाई संदेश भेज दिया. जिसकी वजह से बस्ती के लोग खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे है. और जब यहां के निवासी दफ्तरों में शिकायत करने जाते हैं तो अधिकारी उनकी शिकायतों को अनसुना कर देते हैं
बधाई पत्र भेजा गया
नगर पालिका के वार्ड क्रमांक 15 में देवार जाति के लोग रहते है. बस्ती में लगभग 65 परिवार 50 वर्षों से झुग्गी-झोपड़ी बनाकर अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं. बस्ती वासियों ने बताया कि उन्होंने PM आवास योजना के लिए कई बार आवेदन किया है. इस पर प्रशासन की ओर से सर्वे भी किया गया है, लेकिन अब तक उन्हें शासन की ओर से किसी प्रकार की योजना का फायदा नहीं मिल पाया है. वहीं एक महीने पहले बस्ती वालों को योजना का बधाई पत्र भेज दिया गया. जिसमें मकान बनकर तैयार होने और मिलने की बात लिखी गई है. जिससे लोगों में भारी गुस्सा है