रायपुर: जिले के इंडोर स्टेडियम में आज सर्व आदिवासी समाज ने CAA, NRC और NPR के विरोध में प्रदर्शन किया. पदोन्नति में आरक्षण के संवैधानिक अधिकार को संविधान की 9वीं अनुसूची में शामिल करने को लेकर भी प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित कई आदिवासी नेता पहुंचे. वहीं आदिवासी समाज का कहना है कि नागरिकता रजिस्टर में भरने के लिए कई दस्तावेजों की जरूरत पड़ती है.
सर्वआदिवासी समाज ने किया CAA, NPR और NRC के खिलाफ प्रदर्शन, CM भी हुए शामिल - cg news
इंडोर स्टेडियम में आज सर्वआदिवासी समाज ने CAA, NRC और NPR के विरोध, पदोन्नति में आरक्षण के संवैधानिक अधिकार को संविधान की नवमीं अनुसूची में शामिल करने को लेकर प्रदर्शन किया.
उन्होंने बताया कि आदिवासियों के पास ऐसे दस्तावेज उपलब्ध नहीं हैं, जिससे वे अपनी नागरिकता को बता सकें. इसकी वजह से सीएए, एनपीआर और एनआरसी के विरोध में प्रदेशभर के आदिवासी समाज सड़क पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं. सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि ये आदिवासी पढ़े-लिखे नहीं हैं. उनके पास जमीन नहीं है. ऐसे में वे अपनी नागरिकता कैसे सिद्ध करेंगे. इसके कारण इसका विरोध किया जा रहा है. बघेल ने दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर बीजेपी नेता द्वारा दिए गए बयान को लेकर कहा कि सत्ता, सरकार उन्हीं की है. उसके बावजूद हत्याएं हो रही हैं.
सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष बीपीएस नेताम ने कहा कि, केंद्र सरकार के लागू नागरिकता संशोधन अधिनियम और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर के खिलाफ पूरे देश में बवाल मचा हुआ है. भाजपा शासित राज्यों और बीजेपी को छोड़कर सभी विपक्षी दल और सामाजिक कार्यकर्ता, विद्यार्थियों और आमजन अपने भविष्य को लेकर चिंतित होकर सड़क पर उतर रहे हैं. अभी तक देशवासी चिंतामुक्त होकर शांतिपूर्वक जीवन यापन कर रहे थे. वे सब लोग अब अपनी नागरिकता को लेकर चिंतित हैं.