रायपुर: सराफा एसोसिएशन ने सरकार से पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय में रत्न आभूषण विधा में तीन साल का पाठ्यक्रम शुरू कराने और साहूकारी लाइसेंस ऑनलाइन बनवाने की सुविधा देने की मांग की है. इसे लेकर शनिवार को एसोसिएशन के प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात की है. सीएम ने दोनों मांगों पर गंभीरता दिखाते हुए संबंधित विभागों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं.
एसोसिएशन के अध्यक्ष हरख मालू ने कहा कि 'छत्तीसगढ़ सरकार ने कारोबारियों की मांग पर त्वरित कार्रवाई करते हुए शहर में जेम्स एंड ज्वेलरी पार्क की मंजूरी दी है. यह देश का चौथा सबसे बड़ा ज्वेलरी पार्क होगा. इसमें उच्च प्रशिक्षित युवाओं की जरूरत पड़ेगी. इसी को ध्यान में रखते हुए जेम्स एंड ज्वेलरी में ग्रेजुएशन कराने की मांग की जा रही है. ऐसा होने पर बड़ी संख्या में युवाओं को रोजगार मिलेगा.
पढ़े: EXCLUSIVE: दो स्वास्थ्य योजनाओं से निजी अस्पतालों की छुट्टी, सरकारी को प्राथमिकता
उन्होंने कहा कि 'आज देशभर से हजारों-लाखों लोग सूरत, अहमदाबाद, जयपुर, मुंबई आदि जगहों पर जाकर इसकी ट्रेनिंग ले रहे हैं. इससे उन्हें रोजगार भी मिल रहा है. आने वाले समय में प्रदेश के ज्वेलरी उद्योग को ज्वेलरी की कटिंग-पॉलिशिंग के लिए हजारों प्रशिक्षित युवाओं की जरूरत पड़ेगी. उन्होंने कहा कि 'ज्वेलरी उद्योग एक निर्यात उन्मुख उद्योग है. इससे प्रदेश के राजस्व में वृद्धि होगी'.
साहूकारी लाइसेंस बनवाने में हो रही परेशानी से अवगत कराया
सराफा व्यवसायियों को साहूकारी कार्य करने के लिए लाइसेंस बनवाना अनिवार्य है. प्रतिनिधि मंडल ने सीएम को बताया कि 'वर्तमान में लाइसेंस बनवाने की सुविधा हर जगह नहीं है. जिसकी वजह से कारोबारियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है'. उन्होंने कहा कि 'छत्तीसगढ में साहूकारी लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया ऑनलाइन कर दी जाए तो व्यवसायियों को इस कठिनाई से राहत मिलेगी'.