रायपुर:सावन कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को संकष्टी चतुर्थी मनाया जाएगा. यह पर्व धनिष्ठा नक्षत्र गुरुवार प्रीति योग विश कुंभकरण बालव करण और श्रीवत्स नामक आनंद योग में मनाया जाएगा. पिंगल संवत्सर के श्रावण मास की चतुर्थी तिथि भगवान श्री गणेश की आराधना के लिए खास मानी गई है. इस दिन स्नान, ध्यान और प्राणायाम से निवृत्त होकर भगवान गणेश जी की पूजा करनी चाहिए. भगवान श्री गणेश को स्वच्छ और निर्मल स्थान पर लाल और हरे कपड़े में स्थान देना चाहिए. स्वयं भी लाल, पीले अथवा हरे कपड़े पहनकर भगवान गणेश की पूजा सच्चे मन से करनी चाहिए.
ऐसे करें गणपति की पूजा:सर्वप्रथम भगवान गणेश को विधिवत प्रतिस्थापित कर गंगा जल से स्नान कराना चाहिए. भगवान गणेश जी को तिलक, चंदन, बंधन और जनेऊ धारण कराना चाहिए. यज्ञोपवीत पहनाते समय मंत्रों का जाप विधिवत करना चाहिए. भगवान गणेश जी को दूर्वा की माला से विभूषित करना चाहिए. इसके साथ ही प्रकृति के सुगंधित फूलों से भगवान गणेश जी का श्रृंगार करना चाहिए. केला और रितु फलों का भगवान को भोग लगाया जाना चाहिए. गणेश जी को लड्डू बहुत प्रिय है. इस दिन मोदक, गजक, बेसन, सूजी अथवा विभिन्न शुद्ध पदार्थों से बने हुए लड्डुओं का भोग भगवान गणेश जी को लगाना चाहिए.