रायपुर: 22 जनवरी को यूपी के अयोध्या में रामजन्म भूमि मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा है. रामलला इस मंदिर में इस दिन विराजेंगे. इसे लेकर पूरे देश में रामोत्सव मनाया जा रहा है. अभी से इसकी तैयारी शुरू हो गई है. भगवान राम के इस उत्सव को लेकर छत्तीसगढ़ में भी खास तैयारी की गई है. ऐसा इसलिए की छत्तीसगढ़ भगवान राम का ननिहाल है. विष्णुदेव साय सरकार ने छत्तीसगढ़ के राम भक्तों को दर्शन करवाने का फैसला लिया है. इस निर्णय पर साय कैबिनेट में मुहर लग गई है. अब छत्तीसगढ़ के सभी राम भक्त छत्तीसगढ़ सरकार के खर्च पर राम के धाम का दर्शन करेंगे.Ram devotees
रामलला दर्शन योजना : रायपुर में हुए साय कैबिनेट की मीटिंग में यह फैसला लिया गया है कि, छत्तीसगढ़ के करीब 20 हजार तीर्थ यात्रियों के दर्शन साय सरकार करवाएगी. सरकार ने इस दर्शन योजना का नाम रामलला दर्शन योजना दिया है. इसके तहत हर साल 20 हजार तीर्थ यात्रियों को भगवान राम के दर्शन कराने का फैसला किया गया है.
रामलला दर्शन योजना की क्या होगी शर्तें: रामलला दर्शन योजना की शर्तों की बात करें तो इस योजना के तहत जो नियम बनाए गए हैं. वो इस प्रकार हैं.
- इस योजना की पहली शर्त है कि जो भी श्रद्धालु इस योजना के तहत दर्शन करना चाहते हैं. उन्हें छत्तीसगढ़ का नागरिक होना जरूरी है. इसके अलावा श्रद्धालु की उम्र 18 से 75 साल होनी चाहिए. ऐसे लोगों की मेडिकल जांच होगी उसके बाद ही उन्हें इस योजना का फायदा मिलेगा.
- दिव्यांगजनों को भी इस योजना का लाभ मिलेगा. शर्त यह है कि उनके परिवार से एक सदस्य उनके साथ जाने को राजी होंगे तभी उन्हें इस योजना के तहत अयोध्या दर्शन के लिए भेजा जाएगा.
- रामलला दर्शन योजना के तहत पहले चरण में 55 साल से अधिक उम्र के तीर्थ यात्रियों को यह सुविधा मुहैया कराई जाएगी. इसके बाद ही अन्य वर्ग के लोगों को इस तीर्थ यात्रा की सेवा का लाभ मिल सकेगा.