रायपुर: राजधानी रायपुर के पुलिस परेड ग्राउंड में आरटीओ और ट्रैफिक विभाग द्वारा स्कूली बच्चों को ले जाने वाले तकरीबन 150 ऑटो की जांच की गई. इस दौरान ट्रैफिक पुलिस और आरटीओ विभाग ने ऑटो के दस्तावेज चेक करने के साथ ही ऑटो की भी जांच की. जिन ऑटो में खराबी पाई गई उनके चालकों को जल्द सुधरवाने के निर्देश दिए गए हैं.
स्कूली ऑटो की फिटनेस जांच बता दें कि सड़कों में आए दिन हो रहे हादसों को देखते हुए पुलिस विभाग ने राजधानी में स्कूली ऑटो के चालकों को पुलिस ग्राउंड में बुलाकर वाहनों की फिटनेस जांच की. साथ ही ऑटो चालकों को ओवरलोडिंग को रोकने के निर्देश भी दिए गए, जिससे किसी भी तरह की दुर्घटना से बचा जा सके.
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हेड लाइट, इंडिकेटर समेत अन्य की जांच
इस दौरान आरटीओ और ट्रैफिक विभाग ने ऑटो की हेड लाइट, इंडिकेटर समेत दरवाजे और खिड़कियों की भी जांच की. आरटीओ के मुताबिक राजधानी में लगभग 1500 ऑटो चालक ऐसे हैं, जो स्कूली बच्चों को स्कूल और घर में छोड़ने जाते हैं, लेकिन यह सभी ऑटो परिवहन विभाग द्वारा किसी तरह से अधिकृत नहीं हैं.
ऑटो में अपना नाम और मोबाइल नंबर
वहीं परिवहन टीआई रामकुमार ध्रुव ने कहा कि चेकिंग के दौरान अगर बच्चों की औसत संख्या ऑटो में ज्यादा पाई जाती है, तो उनके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी. साथ ही उन्होंने ऑटो चालकों को ऑटो में अपना नाम और मोबाइल नंबर लिखने के भी निर्देश दिए.