रायपुर:पूरे देश में 25 मार्च से कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए लॉकडाउन कर दिया गया. राजधानी रायपुर में 22 मार्च से ही लॉकडाउन किया जा चुका था. लॉकडाउन के चलते आम दिनों की तुलना में रायपुर में सड़क दुर्घटनाओं में कमी आई थी, लेकिन अब 1 जून से अनलॉक होने के बाद फिर से एक बार सड़क हादसे बढ़ गए हैं. इसके साथ ही हादसों में होने वाले मौतों की संख्या भी बढ़ गई है. रायपुर सहित पूरे जिले में गाड़ियों का दबाव बढ़ने के साथ ही ड्राइवरों की लापरवाही की वजह से कई सड़क हादसे हुए हैं. जिले के 19 ब्लैक स्पॉट हैं, जहां सबसे ज्यादा सड़क हादसे होते हैं.
यातायात पुलिस हर साल सभी जिलों में सड़क सुरक्षा सप्ताह का आयोजन करती है. इसके बावजूद लोगों में यातायात के प्रति जागरूकता देखने को नहीं मिलती. इस साल राजधानी रायपुर में 11 जनवरी से 17 जनवरी तक 31वां सड़क सुरक्षा सप्ताह का आयोजन भी किया गया था. इसके साथ ही समय-समय पर यातायात के प्रति लोगों को जागरूक करने का काम रायपुर पुलिस करती ही रहती है.
'लॉकडाउन के दौरान नहीं हो रहे थे सड़क हादसे'
लॉकडाउन के दौरान जिले के 19 ब्लैक स्पॉट में एक भी सड़क हादसे नहीं हुए थे, जिसके पीछे यातायात विभाग के डीएसपी सतीश ठाकुर का कहना है कि लॉकडाउन के दौरान सड़कों पर यातायात का दबाव कम होने के साथ ही लापरवाही पूर्वक वाहन चलाने वाले ड्राइवर भी अपने अपने घरों में थे. जिसकी वजह से सड़क हादसें नहीं हो रहे थे, लेकिन अब फिर से अनलॉक होने के बाद सड़क हादसे बढ़ रहे हैं, जो कहीं ना कहीं चिंता का विषय है.