राजनांदगांव:नगर निगम में भाजपा को इस बार बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है. वर्तमान नगरीय निकाय चुनाव में भाजपा को 11 सीटों का बड़ा नुकसान हुआ है. वहीं कांग्रेस को 11 सीटों पर बढ़त मिली है, जो कि पिछले नगरीय निकाय चुनाव के मुकाबले लगभग दोगुनी है. कांग्रेस नेता इसे राज्य सरकार के कार्यों के चलते मिली बढत मान रहे हैं. वहीं भाजपा इस चुनाव में हुए नुकसान को लेकर के मंथन की तैयारी में है.
नगर निकाय चुनाव में भाजपा को हुआ बड़ा नुकसान, कांग्रेस ने बनाई बढ़त 11 सीटों पर भाजपा को नुकसान
वर्तमान नगरीय निकाय चुनाव परिणामों का विश्लेषण करें, तो भाजपा को सीधेतौर पर वार्डों से 11 सीट का नुकसान हुआ है. पिछले नगर निगम चुनाव में भाजपा के पास 32 सीटें थी, जो इस चुनाव में घटकर 21 हो गई है. तकरीबन 11 सीटों का सीधा नुकसान भाजपा को इस चुनाव में हुआ है. दूसरी ओर बात करें कांग्रेसी को पिछले चुनाव में 11 सीटें ही हासिल हो पाई थी, लेकिन इस चुनाव में कांग्रेस ने अपनी बढ़त बनाते हुए 22 सीटें हासिल की हैं, जो कि पिछले चुनाव के मुकाबले 11 सीटें अधिक हैं. इस लिहाज से कांग्रेस के लिए महापौर पद की राह आसान दिखाई दे रही है. कुल 51 सीटों वाले नगर निगम राजनांदगांव में कांग्रेस बहुमत की ओर दिखाई दे रही है.
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इस वजह से हुआ नुकसान
इस चुनाव में भाजपा को हुए नुकसान के कारणों पर नजर डालें, तो पता चलता है कि नगर निगम राजनांदगांव में भाजपा की सरकार होने के बाद भी पार्षदों की संख्या इस चुनाव में घटी है. इसके पीछे सबसे बड़ा कारण शहर में शुद्ध पेयजल को लेकर बनी किल्लत, विकास कार्यों में हुए भ्रष्टाचार और भाजपा ठेकेदारों की मनमानी रही है. वहीं भाजपा पिछले चुनाव में स्मार्ट सिटी बनाने का वादा किया था, लेकिन 5 साल गुजरने के बाद भी यह केवल खोखला वादा ही साबित हुआ. इस बात से जनता काफी नाराज रही और इस चुनाव में भाजपा को मिले परिणाम में जनता की नाराजगी के चलते भाजपा को वार्डों से नुकसान हुआ है.
कांग्रेस को मिला फायदा
पिछले चुनाव के मुकाबले कांग्रेस को इस बार 11 सीटों पर वार्डों में बढ़त मिली है. अप्रत्यक्ष रूप से हुए चुनाव में यह कांग्रेस के लिए सीधे तौर पर ऑक्सीजन का काम कर रही है. वर्तमान में कांग्रेस के पास 22 सीटें आई हैं जो कि निर्दलियों के समर्थन से सरकार बनाने के लिए काफी है. इस मामले में शहर कांग्रेस कमेटी के कार्यवाहक अध्यक्ष राकेश जोशी का कहना है कि राज्य सरकार के कामों का फायदा कांग्रेस को मिला है. बिजली बिल हाफ, पट्टा वितरण जैसे कार्यों के कारण लोगों को समर्थन कांग्रेस को मिला है.
बागी भी जीते
वरिष्ठ पत्रकार अतुल श्रीवास्तव का कहना है कि भाजपा को जहां सीटों का नुकसान झेलना पड़ा है. वहीं कांग्रेस को बेहतर फायदा मिला है. इसके अलावा कांग्रेस से जो बागी होकर चुनाव मैदान में चुनाव लड़ रहे थे. वह भी जीत कर आए हैं. ऐसे में कांग्रेस को इस बार ज्यादा फायदा मिला है.