रायपुर: एनआईटी के रिसर्च स्कॉलर इमरोज खान ने एक ऐसा हेडफोन डिवाइस और एप्लीकेशन बनाया (Research Scholar of NIT Raipur Imroz Khan invented wearable device) है, जिसके माध्यम से आप क्या खा रहे हैं.. कब खा रहे हैं.. यह सारी इनफार्मेशन क्लाउड में हेडफोन के माध्यम से सेव हो (App and headphones tell diet chart) जाएगी. क्लाउड से यह सारी चीजें एप्लीकेशन में कलेक्ट होगी, जिससे कोई भी संबंधित व्यक्ति जैसे डॉक्टर, मरीज से जुड़ी सभी जानकारी ले सकता है. ईटीवी भारत ने एनआईटी के रिसर्च स्कॉलर इमरोज खान से खास बातचीत (wearable device application help collecting patient health information) की.
सवाल: डिवाइस बनाने का आइडिया कैसे आया?
जवाब: मां के साथ हुए हादसे से मुझे एक वेरिएबल डिवाइस बनाने का आइडिया आया. इस डिवाइस के पेपर पब्लिक हो चुके हैं. अब एग्जामिन के लिए रखा गया है, फिर ग्रांट मिलेगा. मेरी मां जाहिरा खान रिटायर्ड प्रिंसिपल हैं. जब वह एक स्कूल में प्रिंसिपल थीं, उस दौरान एग्जाम कंट्रोलर की उन्हें ड्यूटी मिली. मेरी मां को डायबिटीज है. सुबह लेट होने पर बिना कुछ खाए उन्होंने दवाई ले ली. वह क्वेश्चन पेपर लेने जब एग्जाम हॉल जा रहीं थीं, तभी उनका एक्सीडेंट हुआ. जैसे ही मुझे हादसे की जानकारी हुई मैं तुरंत हॉस्पिटल पहुंचा. मेरी मां ने मुझे बताया कि बिना खाना खाए सुबह उन्होंने दवाई ले ली थी, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ. इसके बाद पहली बार मुझे इस डिवाइस का आइडिया आया. मैंने सोचा कि क्यों न ऐसी डिवाइस बनाई जाए जो यह बता सके कि क्या खाना चाहिए और कब खाना चाहिए. समय से नहीं खाने पर वह अलार्म देकर लोगों को सचेत भी करे.
सवाल: मरीज के परिजनों और डॉक्टरों को कैसे पता चलेगा कि मरीज ने क्या खाया, कब खाया और कितनी कैलोरी ली?
जवाब: यह डिवाइस खान-पान को मॉनिटर करने के लिए बनाई गई है. आसान भाषा में समझें तो जैसे कोई भी व्यक्ति अगर हॉस्पिटल में एडमिट होता है तो उसके लिए डाइट चार्ट बनाया जाता है. उस डाइट चार्ट के अनुसार उन्हें खाना-पीना दिया जाता है. मरीज को क्या खाना है , क्या नहीं खाना, कब खा रहा है.. इसको देखने के लिए एक नर्स रहती है. लेकिन इस डिवाइस के माध्यम से हम यह सारी चीजें एक हेडफोन और एप्लीकेशन के माध्यम से मॉनिटर कर सकते हैं.