रायपुर: नियमित व्याख्याता संघ के प्रतिनिधिमंडल ने संचालक, लोक शिक्षण संचालनालय जितेंद्र शुक्ला से मुलाकात कर व्याख्याता से प्राचार्य पदोन्नति की मांग की है. प्रांताध्यक्ष दिलीप झा ने बताया कि साल 2014-15 से प्राचार्य पद पर पदोन्नति नहीं हुई है. पदोन्नति न हो पाने का एक मुख्य कारण कर्मचारियों/संघों के द्वारा न्यायालय में वाद दायर किया जाना बताया जाता है, लेकिन न्यायालय में देर होने और निर्णय न आ पाने का मुख्य कारण शासन द्वारा न्यायालय को उत्तर न दिया जाना, प्रकरणों के लिए शासन की ओर से अधिकारी नियुक्त न किया जाना रहता है.
रायपुर: नियमित व्याख्याता संघ छत्तीसगढ़ ने की प्राचार्य पदोन्नति की मांग - Regular lecturers union Chhattisgarh
रायपुर में नियमित व्याख्याता संघ के प्रतिनिधिमंडल ने व्याख्याता के प्राचार्य पद पर प्रमोशन की मांग की है. संघ का कहना है कि व्याख्याता की वरिष्ठता सूची से प्राचार्य पदोन्नति देना तुरंत शुरू किया जाए.
नियमित व्याख्याता संघ ने मांग की है कि व्याख्याता की वरिष्ठता सूची से प्राचार्य पदोन्नति देना तत्काल प्रारम्भ किया जाए, जिससे केवल एक दो वर्ष सेवा अविधि शेष रह गए व्याख्याता पदोन्नति से वंचित ना रह जाएं. साल 2015-16 से प्राचार्य पदोन्नति रुकी हुई है, जो कि राजपत्र अधिनियम 2014 के अंतर्गत होनी थी. पहले न्यूनतम 500 पदों पर व्याख्याता से प्राचार्य पदोन्नति प्रदान कर दी जाए और शेष पदों पर न्यायालय का फैसला आने पर पदोन्नति दी जाए.
प्रतिनिधिमंडल में बीएल साहू, गिरीश ताम्रकार, राजकुमार साहू, प्रदेश सचिव प्रदीप मिश्रा, प्रदेश उप सचिव रामकुमार राजवाड़े, प्रदेश कोषाध्यक्ष दिनेश साहू और विभिन्न जिलो के जिला अध्यक्ष ज्ञानेश्वर उपाध्याय, गंगा प्रसाद तिवारी, कमलेश्वर बघेल, राजेंद्र सोनी, तपानाथ पाठक, राजकुमार साहु, कमलेश सिंह, वीरेन्द्र तिवारी, कयूम खान, जी आर जैन, नीलकंठ राठौर, शिवदयाल सिदार,नरेंद्र पाटिल, रामभरोसा सिदार बीपी वर्मा, भूपेंद्र नायक, ईश्वर लाल वर्मा, प्रदीप राय शामिल हुए.