रायपुर: 240 निजी स्कूलों की मान्यता सोमवार को रद्द किए जाने के साथ ही निजी शिक्षण संस्थाओं में हड़कंप मच गया. मंगलवार शाम जिला शिक्षा कार्यालय में निजी स्कूल संचालकों की भीड़ जुटी रही. सख्ती का ऐसा असर देखने को मिला कि एक ही दिन में डेढ़ सौ निजी स्कूलों ने फीस नियामक समिति का गठन कर लिया है. शेष 240 स्कूल ने लिखित में आवेदन देकर 2 से 3 दिन का वक्त समिति गठन के लिए मांगा है. जिन स्कूलों ने समिति गठित कर ली है. उनकी मान्यता भी बहाल नहीं की गई है. इसके लिए उन्हें आवेदन भी करना होगा. अपील पर विचार किए जाने के बाद भी उनकी मान्यता बहाल की जाएगी.
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कई नई निजी स्कूलों का आरोप है कि उनके द्वारा फीस नियामक समिति बनाने की कोशिश की गई. लेकिन नोडल अधिकारी बनाए गए शासकीय प्राचार्य की तरफ से बैठक सहित अन्य चीजों के लिए कोई तत्परता नहीं दिखाई गई. इसके कारण वह समिति नहीं बना सके, इसलिए उनकी मान्यता बहाल करते हुए उन्हें फिर से एक मौका देना चाहिए.
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पहली बार ऑनलाइन मोड में प्राइवेट स्कूल देंगे सभी जानकारी
जिले के सभी प्राइवेट स्कूलों को खुद से संबंधित सभी जानकारी अब ऑनलाइन मोड में देनी होगी. इससे पहले निजी स्कूल से यह जानकारी ऑफलाइन मोड में मांगी जाती थी. रायपुर जिले में यह पहली बार होगा जब इस तरह का प्रयोग किया जा रहा है. सभी निजी स्कूलों के लिए इसे अनिवार्य कर दिया गया है. स्कूलों को मांगी गई सभी तरह की जानकारी निर्धारित वक्त में देनी होगी. ऐसे नहीं किए जाने पर उन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.